आजमगढ़। कैफियत एक्सप्रेस का संचालन मऊ से किये जाने की सूचना से क्षुब्ध सामाजिक संगठन प्रयास व युवा मंच के तत्वावधान में रेलवे बोर्ड के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ का आयोजन गुरूवार को नगर के गांधी जी के आदम कद प्रतिमा के समक्ष किया गया। यज्ञ में आहुति देने वालों का कहना था कि कैफी आजमी आजमगढ़ के धरोहर है और उनकी स्मृति में संचालन होने वाली कैफियत एक्सप्रेस को हम अन्यंत्र कहीं से नहीं चलने देंगे। इसके बाद यज्ञ स्थल से रैली निकाली गयी जो प्रमुख स्थानों से होते हुए रिक्शा स्टैंड पर पहुंच कर धरने में तब्दील हुई। प्रयास संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि कैफी साहब आजमगढ़ की धरोहर है, उर्दू साहित्य में कैफियत को बड़े अदब और एहतराम का दर्जा हासिल है जो विश्व साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। कैफियत एक्सप्रेस आजमगढ़ यातायात की जीवन रेखा है, जिसका संचालन अन्यंत्र कहीं से करके आजमगढ़ के यात्री सुविधाओं को विकलांग बनाना चाहते है। जनपदवासियों को समझ में नही आ रहा कि किन परिस्थितियों में कैफियत का संचालन मऊ से किये जाने की योजना बनायी जा रही है जबकि कैफियत सर्वाधिक राजस्व देने वाली ट्रेनों में शुमार है। इसी को लेकर हमने बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करने का निर्णय लिया। युवा मंच के संयोजक किशन सिंह ने कहा कि कैफियत को आजमगढ़ से ही चलेगी चाहे इसके लिए हमें कोई भी हद पार क्यों न करना पड़ जाये, कैफी आजमी के सम्मान में हम कोई आंच नहीं आने देंगे। विवेक पांडेय ने कहा कि रेलवे प्रशासन को यज्ञ के जरिये उनकी बुद्धि को शुद्ध करने का प्रयास किया जा रहा है हमें आशा है कि कैफियत पर पुनः विचार करते हुए शीध्र इस पर नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा। यज्ञ में आहुति देने वालो में इंजी सुनील यादव, शम्भू शरण सोनकर, अतुल श्रीवास्तव, श्रवण प्रजापति, आशीष मौर्या, बृजेश राय, डा हरगोविन्द विश्वकर्मा, मुन्ना उपाध्याय, विक्की, डा वीरेन्द्र पाठक, भोलू दुबे, श्रीकृष्ण किशन, राणा ज्ञानेन्द्र, कुणाल मौर्या, राहुल सिंह, भरत सिंह आदि मौजूद रहे।
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