आजमगढ़. : निजी विद्यालयों में अभिभावक और बच्चों के किए जा रहे शोषण और प्रशासन द्वारा शिकायत के बावजूद कार्रवाई न करने के खिलाफ अभिभावक महासंघ द्वारा शुरू किया गया धरना प्रदर्शन अब जन आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। सोमवार को शहर से लेकर गांव तक जगह जगह जुलूस निकालकर लोगों ने प्रदर्शन किया। शहर में पदयात्रा निकालकर कलेक्ट्रेट पर प्रबंधकों और जिला प्रशासन का पुतला फूंका। आंदोलन के एक सप्ताह बाद भी किसी अधिकारी द्वारा मामले में कार्रवाई न करने से लोग खासे नाराज नजर आये। अह्वान किया कि जब तक कार्रवाई नहीं होती उनका आंदोलन जारी रहेगा। जरूरत पड़ी तो इसे और तेज किया जाएगा। अभिभावकों ने पूरे शहर में पद यात्रा कर विरोध प्रदर्शन किया। विश्वजीत सिंह ने कहा कि हमारी लड़ाई शिक्षा में फैले भ्रष्टाचार से है और यह जारी रहेगी। अधिकारियों की अनदेखी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हम इसे जन आंदोलन का रूप देगे। सुमन सिंह ने कहा कि हमारे आंदोलन को एक हफ्ते पूरे हो चुके है लेकिन आज तक किसी अधिकारी ने हमारी समस्या भी जानने की कोशिश नहीं की। यह दर्शाता है कि प्रशासन किस हद तक शिक्षा माफियाओं के दबाव में है। अध्यक्ष युधिष्ठिर दूबे ने कहा कि रोड मार्च में उमड़ी भीड़ ने साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई अब जन आंदोलन का रूप ले चुकी है। आज नहीं तो कल प्रशासन को इनके खिलाफ कार्रवई करनी होगी। इस मौके पर अजय राय, राधामोहन गोयल, राजेश गिरी, सीताराम यादव, भानु प्रताप सिंह, चन्दन सिंह, आलोक राय, अशोक यादव सोशल मीडिया प्रभारी सपा, चन्द राय, गिरीश चतुर्वेदी, रमाकांत सिंह, शिक्षक नेता रामबिहारी सिंह, नवीन चतुर्वेदी, सीताराम यादव, विपुल चतुर्वेदी, संदीप कपूर आदि उपस्थित थे।
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