आजमगढ: प्रथम स्वतन्त्रता आंदोलन 1857 की क्रान्ति के अमर क्रांति दूत शहीद मंगल पाण्डेय की 161वीं शहादत दिवस पर सामाजिक संस्था प्रयास ने उनकी शहादत को याद करते हुये कलेक्ट्रेट चैराहे पर शनिवार को कार्यक्रम आयोजित कर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धाजंलि दी। कार्यक्रम के दौरान प्रयास संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने बताया कि 19 जुलाई 1827 को भारत माता के आंगन में खिलखिलाने वाले यह वीर सपूत राष्ट्रीय स्वाभिमान का सिरमौर बन 1857 की क्रांति का प्रणेता बने, जिसके चलते महान भारतीय स्वतन्त्रता क्रांति की अगुवाई आपके विद्रोह से शुरू हुई और स्वतऩ्त्रता आंदोलन का आगाज हुआ। भारत तत्कालीन ब्रितानी सरकार ने उन्हे आज ही के दिन फांसी पर चढ़ाया और यह वीर सपूत फांसी के फंदे पर झूलकर सदा के लिए अमर हो गये। इस अवसर पर प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह , सुनील यादव, हरिश्चन्द्र, शम्भू दयाल सोनकर, अंशदीप श्रीवास्तव, किशन पाण्डेय, शमसाद अहमद, रणवीर सिंह, सरफराज, अतुल श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में प्रयास के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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