आजमगढ़। केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जहां स्वच्छता अभियान को परवान चढ़ाने के लिए नित नये नये उपाय सुझाये जा रहे है वहीं आजमगढ़ में खुद नगर पालिका परिषद ही प्रदेश सरकार की स्वच्छता योजना का मखौल उड़ाता नजर आ रहा है। हालत यह है कि ऋषि मुनियों की तपोस्थली के किनारे नगर पालिका परिषद के संज्ञान में ही द्वारा नगर क्षेत्र से निकलने वाले टनों टन कूड़े को तमसा के तट पर फेंकवा कर उसमे आग लगवायी जा रहा है। जिससे उठने वाली दुर्गंध और प्रदूषित धुएं के बीच आमजन का नरौली पुल से लेकर पूरे बाईपास मार्ग से होकर गुजरना दुश्वार हो गया हैं। इसी मुद्दे को लेकर गुरूवार को प्रयास संस्था का एक प्रतिनिधिमंडल नगर पालिका परिषद आजमगढ़ के अधिशासी अधिकारी से मिला। उन्हें बताया की नरौली पुल के बंधे से लेकर करतालपुर बाईपास पर जगह जगह कूड़ा उडे़ला जा रहा है। इसके बाद उसमे इस भीषण गर्मी में आग लगा दी जा रही है। जो नपा की उदासीनता का जाहिर करता है। प्रतिनिधिमंडल ने अधिशासी अधिकारी से प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि प्रदेश सरकार सभी विभागीय कर्मियों को स्वच्छता की शपथ दिला रही है वहीं विभाग द्वारा खुद नगर को प्रदूषित किया जा रहा है। प्रयास संस्था ने मांग किया कि कूड़े के निस्तारण के लिए डम्पिंग प्वाइंट बनाया जाये ताकि आजमगढ़ नगर को स्वच्छ बनाया जाये और आमजन स्वच्छ वातावरण में सांस ले सके। इस दौरान नगर की सफाई व्यवस्था पर भी उनसे कई बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा किया गया। प्रतिनिधिमंडल में प्रयास संस्था के अध्यक्ष रणजीत सिंह, उपाध्यक्ष अतुल श्रीवास्तव, सचिव सुनील यादव, हरिश्चन्द्र, शम्भूदयाल सोनकर, रणवीर सिंह, अंश दीप श्रीवास्तव, रूद्र राय, आशुतोष राय, उत्कर्ष राय, आशुतोष दुबे, अमित दुबे, रामप्रसाद मौर्य, आशीष मौर्या, सर्वेश यादव, पिंटू मौर्या सहित आदि लोग मौजूद रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment