आजमगढ़। शिब्ली नेशनल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग में गुरूवार को आयोजित एक कार्यक्रम में दर्शनशास्त्र के प्रतिभाशाली छात्र मनीष कुमार प्रजापति को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। विभागाध्यक्ष कलीम अहमद ने कहा कि मनीष कुमार प्रजापति का यह सम्मान दर्शनशास्त्र विषय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा। प्राध्यापक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि महाविद्यालय को सन् 2003 में स्नातकोत्तर की मान्यता मिली थी। इन 14 वर्षों में स्नात्कोत्तर शिक्षा में यहाँ के विद्यार्थियों ने यह तीसरा मेडल प्राप्त किया है साथ ही कई छात्रों ने नेट/जेआरएफ तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में दर्शनशास्त्र विभाग के साथ महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। प्राध्यापक डॉ. गोविन्द नारायण ने केन्द्र एवं राज्य सरकारों से दर्शनशास्त्र को केन्द्रीय विद्यालय तथा राज्य के इण्टरमीडिएट पाठ्यक्रमों में धर्म दर्शन या नैतिक दर्शन के रूप में शामिल करने का आग्रह करते हुए कहा कि दर्शनशास्त्र के प्रति विद्यार्थियों की रूझान बढ़ेगी साथ ही समाज में इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि शिब्ली कालेज के दर्शन शास्त्र के विद्यार्थी मनीष कुमार प्रजापति को बसन्तपंचमी को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में प्रदेश के राज्यपाल ने गोल्ड मेडल प्रदान किया था। सम्मान समारोह में गोल्ड मेडल से नवाजा गया दर्शन शास्त्र का विद्यार्थी मनीषा कुमार प्रजापति ने महाविद्यालय के दर्शन शास्त्र का विद्यार्थी मनीष कुमार प्रजापति ने महाविद्यालय के दर्शन शास्त्र वि•ााग के शिक्षकों की कर्मठता, शैक्षणिक गुणवत्ता को श्रेय देते हुए कहा कि दर्शन शास्त्र एवं स्कोरिंग विषय है परन्तु इण्टरमीडिएट में इक्का-दुक्का विद्यालयों में ही तर्कशास्त्र की पढ़ाई से अधिकांश छात्र इस विषय की महत्ता से अनभिज्ञ रह जाते हैं और कालेज में इसके महत्व को समक्ष नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि हाईस्कूल तथा इण्टर कालेजों में जैसे योग एवं फिजीकल एजूकेशन पर बल दिया जा रहा है। वैसे ही धर्म दर्शन, समाज दर्शन, नैतिक शास्त्र , पर भी जोर दिया जाना चाहिए इससे टीजीटी एवं पीजीटी में दर्शन शास्त्र के छात्राओं की संभावनाएं बढ़ जायेंगी। इस अवसर पर आफताब, जय प्रकाश यादव, सानू चौरसिया, आकाश नारायण राय, रेनू भारती, आवन्तिका सिंह, शिवांगी प्रजापति, नेहा वर्मा, अंजली सिंह, निहारिका सिंह, वर्तिका श्रीवास्तव, साजिद अशहद, सदफ, सना, अलीशा, टौनक, शिल्पा, शाबिरा, आइसा, पूर्णिमा, श्वेता, जेबा, मो. रिजवान एवं दर्शन शास्त्र विभाग के समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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