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मुबारकपुर में उर्स हाफिज ए मिल्लत मंगलवार से, तैयारी पूरी


मुबारकपुर/अमिलो/आजमगढ़: जावेद हसन अंसारी : इस्लामी जगत की केंद्रीय शिक्षण संस्था अलजामेअतुल अशरफिया अरबी यूनिवर्सिटी मुबारकपुर के संस्थापक एवं महान प्रसिद्ध सूफी संत हाफिज ए मिल्लत मौलाना शाह अब्दुल अजीज मुरादाबादी के 42 वाँ उर्स पाक की तैयारी पूरी कर लिया गया है। 28 फरवरी व 1 मार्च होने वाले विश्व स्तर पर उर्स की तैयारी पूरी हो गई है। दो दिवसीय उर्स में दो प्रसिद्ध उलमा हजरत अल्लामा अब्दुशकुर साहब पूर्व शेख अल्जामे अतुल अशरफिया मुबारकपुर व हजरत कारी इस्लामुल्लाह साहब मुम्बई को हाफिज मिल्लत एवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। यह सूचना अलजामें अतुल अशरफिया के कुलपति हजरत मौलाना अब्दुल हाफिज साहब एवं नाजिम ए आला प्रबन्धक हाजी सरफराज अहमद अंसारी व मौलाना मुबारकपुर हुसैन मिस्बाही और मौलाना नईमुद्दीन अजीजी साहब ने सँयुक्त रूप से बताया कि 28 फरवरी एवं 1 मार्च, दो रोजा उर्स एवं जलसा दस्तार बन्दी की तैयारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उर्स के पहले दिन 28 फरवरी को मोहल्ला पुरानी बस्ती स्थित हाफिज ए मिल्लत के आवास पर बाद नमाजे फज्र कुरआन खानी से आरम्भ होगी और शहजादा मौलाना अब्दुल हाफिज साहब की कयादत में इनके आवास से दिन के दो बजे भव्य जुलुस निकलेगा जो नगर का गश्त करता हुआ रोडवेज चौराहा होते हुए जामिया अशरफिया उर्स गाह स्थल दरगाह पहुँच कर दुआ में परिवर्तन हो जायेगा तथा दूसरे दिन हाफिज ए मिल्लत के मजार पर कुरआन खानी बाद नमाजे फज्र होगी। नमाजे जोहर दो बजे हाफिज ए मिल्लत के पुरानी बस्ती आवास से जुलूसे चादर उठेगा,चार बजे चादर पोशी और गुल पोशी मजार शरीफ पर होगी। रात आठ बजे जलसा दस्तार ए बन्दी और फारिग होने वाले छात्रों को उपाधि से नवाजा जायेगा और रात 11 बजकर 55 मिनट पर कुल शरीफ होगा। उर्स में जायरीनों की भावना को देखते हुए जिला प्रशासन भी सुरक्षा की पुख्ता तैयारी की है। उर्स में सैंकड़ों तरह की दुकान पूरी तरह से सज गई है जो भारत के विहिंन प्रांतों से आये लोग अपनी अपनी दुकानें लगा चुके है। जिसमे धार्मिक किताब से लेकर खिलौना,कपड़े,बर्तन,टोपी, हलवा,पराठा तरह तरह कि दुकाने सज गयी हैं। ज्ञात होकि दो दिन उर्स में देश विदेश के लाखों शद्धालुओं,जायरीनों का आगमन होता है जो पूरा क्षेत्र मिल्लत मय होजाता है चारों ओर हाफिज ए मिल्लत के नारों से गूँज उठता है। इस उर्स की खासियत हैकि औरतों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से पाबन्दी रहती है और आसपास के क्षेत्रों के लोगों की भारी भीड़ रहती है। जिसको देखते हुए अशरफिया प्रबन्धक समिति उर्स को सफल बनाने में जीजान से जुट कर पूरा कर लिया है। अशरफिया कैम्पस में रंग रोगन एवं छालरों से पूरी तरह से सजा दिया गया है। सठियांव मार्ग पर स्थित यह उर्स स्थल को पांच किलो मीटर पहले ही पुलिस बैरियर लगा दी है ताकि जायरीन को आनेजाने की सुविधा मिल सके।




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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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