मार्टीनगंज/आजमगढ़। स्थानीय तहसील मे खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्रगृहस्थी कार्डधारको को मिलने वाले खाद्यान्न के वितरक के खिलाफ शिकायतो को संज्ञान मे लेते हुए तहसीलदार पंडित शिवसागर दूबे ने शुक्रवार को ग्राम सभा भादो की सस्ते गल्ले की दूकान पर खाद्यान्न बितरण का औचक निरीक्षण किया। जिसमे घोर अनियमितता पाई गई। तहसील क्षेत्र के कोटेदारो के खिलाफ खाद्यान्न बितरण मे अनियमितता के खिलाफ ग्रामीणो की शिकायत थी। ग्राम सभा मे ग्रामीणो की सुविधा को देखते हुए दो सस्ते गल्ले की दूकान का सृजन किया गया था। जिसमे ग्रामीणो की शिकायत पर कोटेदार राम अवध राजभर की दूकान निलम्बित कर दूसरी दूकान साहिस्ता खातून के साथ सम्बंध कर दी गयी थी । ग्राम सभा मे पात्रगृहस्थी के कुल 855 कार्डधारक है। इन कार्डधारको के लिए 136 कुन्तल गेंहू वह 90 कुन्तल 80 किलोग्राम चावल तथा 10 कुन्तल चीनी , अन्त्योदय कार्डधारको की संख्या 146 है इनके लिए 29 कुन्तल 20 किलोग्राम गेंहू व 21 कुन्तल 90 किलोग्राम चावल बितरण के लिए उठान होता है। निरीक्षण मे कार्डधारको से जब तहसीलदार ने पूछा कितना खाद्यान्न मिला तो ग्रामीणो ने बताया कि खाद्यान्न 21 किलोग्राम ही मिला है तथा 800 ग्राम चीनी मिली है। जांच मे पाया गया कि वितरण के बाद 25 कुन्तल गेंहू तथा 22 कुन्तल 50किलो चावल मिला । जब तहसीलदार पंडित शिवसागर दूबे ने खाद्यान्न वितरण कर रहे कोटेदार पुत्र साहिल आजमी से पूछा कि इस बचे खाद्यान्न का क्या होगा तो वह सन्तोष जनक जबाब नही दे सका । इस पर तहसीलदार ने कोटेदार को फटकार लगाई तथा ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि जो अति गरीब परिवार है उनकी लिस्ट तैयार कर बचे खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित करे व उसकी सूचना मुझे उपलब्ध कराए ।
Blogger Comment
Facebook Comment