आजमगढ़। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य व पूर्व मंडलीय प्रवक्ता चंद्रपाल सिंह यादव ने रविवार को प्रेस को जारी एक बयान में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री व भाजपा नेता अनिल विज के उस बयान कि निंदा किया है जिसमे भाजपा नेता ने खादी ग्रामोद्योग आयोग के कलैंडर व डायरी पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जगह पीएम की तस्वीर छापने का समर्थन किया है। साथ ही कहा कि पीएम मोदी गांधी से ज्यादा बड़ा ब्रांड है। रूपये पर गांधी की तस्वीर छपने से रूपये की कीमत घट गयी है। अभी गांधी कलेंडर से हटे है, नोट से भी हट जायेंगे। चंद्रपाल सिंह यादव ने उपरोक्त बयान को अशोभनीय, निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि महात्मा गांधी किसी कम्पनी व संस्था के ब्रांड नहीं है। वे पूरे राष्ट्र के राष्ट्रपिता है और सभी भारतीय के दिल में बसने वाले प्रेरणास्त्रोत है। नोट का मूल्यांकन उस पर छपी तस्वीर से नहीं बल्कि उसके आर्थिक मूल्य से होती है। महात्मा गांधी केवल सत्ता परिवर्तन की बात नहीं करते थे बल्कि समता मूलक समाज की स्थापना, छुआछुआ, भेदभाव दूर करना, धर्मनिरपेक्षता कायम रखना, शोषण व अन्याय का अंत करना, इसके साथ ही चरखा एवं खादी को बढ़ावा दें स्वालम्बन व कुटीर उद्योग को बढ़ाने की बात कही। देश के गरीबों को अर्धनग्न देख स्वयं धोती पहनने का संकल्प लिया। आजादी के पश्चात स्वयं को सत्ता से दूर रखा, इसलिए उन्हें महात्मा व राष्ट्रपिता की उपाधि दी गयी। श्री यादव ने आगे बताया कि आज दुनिया के अंदर आये दिन अलगाववादी ताकतों व आंतकवाद का बोलबाला है। ऐसे में पूरी दुनिया महात्मा गांधी के आदर्शो व विचारों के अनुसरण की बात कर रही है। ऐसे में कुछ प्रतिक्रियावादी लोग ऐसी ओछी बात करके देश के आवाम को आहत करने का कार्य कर रहे है। पीएम मोदी ऐसे में मौन क्यों है, उनके वरिष्ठ सहयेगी निरंकुश हो, आये दिन अशोभनीय बयान दे रहे है। कभी मंत्री गिरीराज सिंह, कभी साध्वी निरंजन, कभी वीके सिंह, अनिल विज आदि समय समय पर धर्म, जाति की बातें कर लोगों को आहत करते हुए देश के संविधान के साथ खिलवाड़ कर रहे है। ऐसे में इन बयानों पर प्रधानमंत्री का मौन रहना एक तरह की मौन स्वीकृति ही नजर आती है। आज देश के समक्ष यह विचारणीय विषय है, देश के लोगां की भावनाओं के साथ खिलवाड़ अनुचित है।
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