आजमगढ़। नये साल में सूरज की आँख मिचौली की धूप छाँव के बीच पिछले दिनों से ठण्ड का कहर जारी है। पूरी रात ही नहीं मध्याहन तक कुहरे की चादर में शहर लिपटा रहता है। वाहनों के आने जाने में विजिबिलिट का संकट बना रहता है। बसें व ट्रेने निर्धारित समय से काफी बिलम्बित चल रही है। लोग ठण्ड से बचने के लिए घरों में दुबकने के लिए मजबूर है परन्तु रात्रि सेवा में लगे लोगों के लिए शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर जलाये जा रहे अलाव बड़ा सहारा बना रहे हैं। वैसे जिला प्रशासन ने जनपद की आजमगढ़ व मुबारकपुर नगर पालिकाओं के अतिरिक्त नगर पंचायतें क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थलों में 300 से अधिक अलाव जलाने की व्यवस्था करायी गयी कही जाती है। जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और अनेक समाजसेवियों द्वारा शीतलहर के दौरान कम्बल, गर्म कपड़े आदि का गरीब व अशक्तजनों में वितरित कर राहत पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार को दिन में करीब दो बजे के बाद सूरज की रोशनी ने कोहरे को बेअसर किया लोगों को थोड़ी राहत मिली लेकिन शाम होत ही कोहरे का साम्राज्य स्थापित होने लगा। इसी दौरान चलने वाली ठण्डी हवायें तापमान गिरा रही हैं। ज्यों-ज्यों ठण्ड बढ़ रही हैं लोगों की परेशानियों में इजाफा हो रहा है। जानकारों का कहना है। शील लहर में उतार चढ़ाव इसी प्रकार मंकर संक्रान्ति खिचड़ी पर्व तक जारी रहेगा। वहीँ नए वर्ष में ठण्ड के चलते अवकाश के कारण नौनिहाल और छात्र जहाँ स्कूल का मुह नहीं देख पाए थे , लेकिन मंगलवार दोपहर से हुयी धुप के चलते जिला प्रशासन ने भी अपने आदेश में ढील देते हुए बुधवार से सभी स्कूल खोलने के निर्देश जारी कर दिए।
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