आजमगढ़. : महराजगंज थाना क्षेत्र के देवारा हरखपुरा (सतुअहवा) गांव में रविवार की सुबह मेड़ पर उगे सरपत काटने को लेकर दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के दौरान एक पक्ष के 36 वर्षीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों पक्षों के बीच पहले से चल रही अदावत के बीच सरपत घटना का कारण बन गया। इस मामले में पुलिस ने हमलावर पक्ष के तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। देवारा हरखपुरा ग्राम निवासी व पूर्व शिक्षक पल्टू राम ने गांव के ही एक व्यक्ति से उसके खेत का बैनामा लिया है। खेत के बगल में स्थित रामदरश के खेत को पल्टू राम के विपक्षी खुनखुन ने बटाई पर लिया है। दोनों खेत के बीच में स्थित मेड़ पर उगे सरपत को रविवार की सुबह खुनखुन के पुत्र योगेंद्र व बिल्लू काट रहे थे। जानकारी होने पर पल्टू राम का पुत्र हरिश्चंद्र (36) अपने छोटे भाई गौतम के साथ अपने खेत पर पहुंचा और मेड़ पर उगे सरपत काटने का विरोध किया। जानकारी होने पर दोनों पक्षों के लोग मौके पर जुटे और उनके बीच मारपीट होने लगी। इसी दौरान एक पक्ष द्वारा हरिश्चंद्र को गोली मार दी गई। गोली लगते ही वह गिरा और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मौके पर मौजूद गौतम भागकर अपने घर पहुंचा और जानकारी परिजनों को दी। उधर मौके से हमलावर पक्ष भाग निकले। सूचना पाकर मुकामी पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक पक्ष द्वारा आरोपित किए गए योगेंद्र, बिल्लू तथा राकेश राम को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना से मृतक के घर कोहराम मचा हुआ है। मृतक के पांच पुत्र बताए गए हैं। मृतक के पिता ने हमलावर पक्ष के आधा दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। बताते हैं कि गांव की दलित बस्ती में पल्टू राम व खुनखुन राम के घर आसपास स्थित हैं। पल्टू राम का विवाहित पुत्र हरिश्चंद्र विगत वर्ष 2008 में खुनखुन के परिवार की किशोरवय लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। इस मामले में पीड़ित पक्ष द्वारा हरिश्चंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया जो आज भी न्यायालय में विचाराधीन है। उधर आरोपी हरिश्चंद्र ने भगाई गई किशोरी से पुनर्विवाह कर लिया। हरिश्चंद्र के परिवार में उसकी दो पत्नियां सविता व कविता साथ रहती हैं। पहली पत्नी सविता से दो पुत्र सुनील व रोशन तथा दूसरी पत्नी से शिवम व अभिजीत के साथ ही दो माह का एक पुत्र है। इस घटना के बाद से ही दोनों परिवारों में आपसी रंजिश चली आ रही थी। मृतक हरिश्चंद्र के पिता द्वारा बैनामा ली गई भूमि के बगल में गांव के ही एक व्यक्ति का खेत हरिश्चंद्र के विपक्षी खुनखुन ने बटाई पर लिया था। दोनों के खेत के बीच बनी मेड़ पर उगे सरपत रविवार की सुबह हरिश्चंद्र के मौत का कारण बन गई। इस घटना से मृतक की दोनों पत्नियों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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