आजमगढ़ : सोमवार हेल्थवाच फोरम, साथी जिला फोरम आजमगढ़, महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच व ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान के द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया जिसमें उ0प्र0 में आने वाले चुनावों को देखते हुए बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की मांग एवं प्रजनन स्वास्थ्य कार्यक्रमों व कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हेल्थवाच व महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच के द्वारा तैयार किया गये घोषणा पत्र को साझा किया गया। राजदेव चतुर्वेदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं की मृत्युदर काफी ज्यादा है। जिसके पीछे कई कारण जैसे फ्री मातृत्व स्वास्थ्य सेवायें व सुरक्षित गर्भपात सेवाएं न मिलना, परिवार नियोजन कार्यक्रम केवल महिलाओं तक सीमित कर देना आदि हैं । आज भी प्रदेश में जरूरतमंद महिलाओं को सुरक्षित गर्भपात सेवाएं उपलब्ध नहीं है जिस कारण से 8 से 13 प्रतिशत महिलाओं की मृत्यु होती है। परिवार कल्याण कार्यक्रम में लक्ष्य आधारित पुरानी प्रणाली गरीबों एवं महिलाओं के प्रजनन अधिकारों का हनन करती रही थी। परिवार नियोजन के नाम पर सरकार का ’नसबंदी कार्यक्रम’ महिलाओं के शरीर पर आक्रामक हमला है। आज परिवार नियोजन कार्यक्रम पूरी तरह से महिला केन्द्रित हो चुका है। जिन कैम्पों में महिलाओं की नसबंदी होती है वह महिलाओं के लिये बिल्कुल भी अनुकूल नहीं हैं। कैंम्पों में न तो महिलाओं के गोपनीयता का ध्यान रखा जाता है और न ही उन्हें सम्मान पूर्वक सेवाएं ही प्राप्त होती हैं। पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप के साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र का निजीकरण उ0प्र0 राज्य के लिये खतरनाक साबित हो रहा है क्योंकि इनको नियंत्रित करने हेतु कोई निगरानी नहीं की जा रही है और सरकारी अस्पतालों की सेवाओं से निराश मरीजों को निजी अस्पताल मनमानी तरीके से लूट रहे है। देश की जीडीपी को देखते हुये सरकार को प्रति व्यक्ति रु 3000 वार्षिक खर्च करना चाहिये लेकिन उ0प्र0 सरकार केवल रु 700 प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य पर खर्च करती है, इस प्रकार से देखा जाये तो उ0प्र0 मेें स्वास्थ्य व्यवस्था ही गरीबी रेखा से भीे नीचे है। हम सब मांग करते है कि उ0प्र0 में स्वास्थ्य सेवाओं पर बजट बढाया जाये। जनपद एवं प्रदेश में लगातार स्वास्थ्य केन्द्रो को तो बढाया जा रहा है किन्तु अस्पतालों पर मानव संसाधनों कीे कमी के चलते आम लोगों को स्वास्थ्य सेवायें नहीं मिल पाती है इसलिए हम सब मांग करते है कि सभी स्तर के स्वास्थ्य केन्द्रो पर मानव संसाधन को आई.पी.एच.एस मानक के अनुसार पूरा किया जाये और उनका पूर्ण व सही रूप से प्रशिक्षण भी किया जाये। हेल्थवाच फोरम, साथी जिला फोरम आजमगढ़, महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच व ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान आगामी चुनाव मे भाग लेने वाली राजनैतिक पार्टियों एवं उनके प्रतिनिधियों से मांग करते है कि उपरोक्त विषयों एवं लखनऊ घोषणा पत्र मे शामिल मुद्दों को अपने चुनाव मे मुद्दा बनाये तथा भविष्य मे सरकार बनने पर महिलाओं के हित मे उन्हे लागू करें। उक्त अवसर पर राजदेव चतुर्वेदी, शबीना, डा0 संजय पाण्डेय, बृजेश सिंह, जान्हवीदत्त, पूनम, रजनीश आदि उपस्थित रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment