आजमगढ़। पांच सौ व एक हजार की नोटो का प्रचलन बंद होने से अभी भी दुष्वारियां कम नही हुई है। पांच सौ व हजार की नोट नई नोट लेने के लिए उपभोक्ता सुबह से ही बैंको पर जुट जा रहे है। किसी को जमा करना है तो किसी को निकालना है। कही कही तो धक्का मुक्की भी हो जा रही है। रानीकीसराय कस्बा समेत आस पास के बैंको में अल सुबह से ही बैंको में लोगो की भारी जुट गयी। महिलाओं की तादात ज्यादा रही। बैंको से पांच हजार तक रुपए मिलने से कुछ राहत तो जरूर हुई लेकिन देर शाम तक लोग लाइन में खडे रहे। आपस में तूतू मै मै भी होती रही। लंबी लाइन्स में एक तरफ महिलाए तो दूसरी तरफ पुरूष जमे रहे। दोपहर तक एटीएम शो पीस बने रहे। बैको से बाउचर के सहारे पांच हजार तक पैसे मिलने से लोगो को राहत जरूर हुई लेकिन जमा करने वालो की तादात कम होने का नाम नही ले रही। सुरक्षा की दृष्टि से थानाध्यक्ष सुरेन्द्र वर्मा टीम के साथ जमे हुए थे। मुबाकरपुर में लोग प्रात: काल से ही बिना खाये पिए 500 व 1000 का नोट जमा करने तथा बदलने के लिए चौथे दिन भी लम्बी लम्बी लाइन में लग जा रहे हैं। सरकारी फरमान के बावजूद भी बैंक अपने पूर्व निर्धारित समय से ही खुल रहें हैं। मुबारकपुर नगर में आधा दर्जन से अधिक बैंक तथा एक डाक घर भी है पिछले तीन दिनों से जब से टीवी पर 1000 व 500 के नोट को बंद करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया तभी से अफरा तफरी शुरू हो गयी। शुक्रवार को तो हो हल्ला के बीच मारा मारी की स्थिति भी पैदा हो गयी थी। जिसमे रोडवेज स्थित बैंक जो समय से पहले बन्द कर दिया था जिस पर जनता ने जमकर हंगामा काटा। थाना के कांस्टेबल की तैनाती किया गया जो लोगों की फार्म व जानकारी में मदद करते देखे गये। शनिवार को अगले दिनों से भी बुरी हाल रहा। लगभग सभी बैंकों पर लम्बी लम्बी पुरुष एवं महिलाओं की कतारें देखने को मिली। इस लेन देन में सब से अधिक दिक्कत महिलाओं को झेलनी पड़ रही है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय पुलिस ने तमाम बैंकों पर पुलिस लगा रखी है और दिन में कई कई बार मुबारकपुर थानाध्यक्ष संतलाल यादव अपने दल बल के साथ बैंकों का कई कई बार चक्रमण करते देखे जारहे है और जनता को शान्ति पूर्ण रूप से लाईन में लगे रहने की हिदायत दे रहें थे।
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