आजमगढ़ :रौनापार थाना के महुला गांव में वर्षो से बिक रही अवैध शराब कारोबार को बंद कराने के लिए दर्जनों ग्रामीण पुलिस और शराब कारोबारियो में मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पुलिस चौकी महुला का घेराव किया फिर सुरौली में जमकर प्रदर्शन किया। इस मामले में चौकी प्रभारी ने गांव के लोगो द्वारा पुलिस का सहयोग न करने की बात कही। वही ग्रामीणों का आरोप है कि गांव और उसके पास में लगभग 40 50, लोग अवैध शराब बेचते हैं और लगभग 30 ,40 भट्टिया निर्मित है जो पुलिस को महीना देते रहते हैं। जिसकी वजह से पुलिस इनके ऊपर कारवाई नहीं करती करती है। अभियान के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर कर अपना काम कर लेती है। जबकि इसके लिए 2 सप्ताह पहले जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व थाना प्रभारी रौनापार को शिकायती पत्र देकर गांव में बिक रही अवैध शराब को बंद कराने के लिए गुहार लगाई गयी थी , पर पुलिस द्वारा गंभीरता से न लेने के कारण शराब माफियाओ के हौसले बुलंद है। ग्रामीणो का आरोप है कि चौकी के लोग शराब माफियाओं से मिले हुए हैं और पैसा लेकर शराब की बिक्री करवाते हैं। गांव में शाम 4:00 बजे से रात को 2:00 बजे तक शराबियों का जमघट लगा रहता है । गांव की बहू बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं यह लोग गाली गलौच मारपीट पर आमादा रहते हैं । जिसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की पर पुलिस ने कार्यवाही नही की। इन सब बातों को लेकर ग्रामीणों ने चौकी महुला का सुबह आठ बजे से साढ़े आठ बजे तक घेराव किया और जमकर नारेबाजी की एवम् सुरौली महुला गांव में जम कर प्रदर्शन किया। वहीँ चौकी प्रभारी अजीत चौधरी ने कहा कि गांव के लोगो से कई बार कहा गया पर वह खुद सहयोग नही करते हैं । वैसे भी हम लोग कार्यवाही करते है पर ग्रामीण साथ दे तो अवैध शराब पर अंकुश लग सकता है। बाकी सभी आरोप झूठे है। प्रदर्शन करने वालो में बहादुर,नागेंद्र राय, सूरेन्दर यादव,जीतेन्द्र चौहान, प्रदीप, जीतेन्द्र,ओमप्रकाश,मंदीप, धर्मी,शुषमा, लालती,उषा,बेचनी, सविता,सुमन, इंद्रावती,गीता, अदि रही ।
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