नही काम कर रहा था जेल के कुछ हिस्सों का सीसी कैमरा आजमगढ़। पूर्वाचंल की सबसे बड़ी जेल आजमगढ़ मंडल जेल से गुरूवार की रात को तीन कैदी गैस पाइप के सहारे दिवार फांद कर फरार हो गये। यह जानकारी जेल कर्मियों को तब हुई जब कैदियों की गिनती की जा रही थी। गिनती के दौरान तीन कैदी कम मिले। जेल कर्मियों को होश ही उड़ गये और आनन फानन में पूरी जेल में चेकिंग करना शुरू कर दिये। तभी जेल पुलिस ने देखा कि पीछे के दीवार से गैस पाइप लगी हुई है । जिससे अनुमान लगाया कि इसी के सहारे कैदी फरार हुए थे। जेल अधीक्षक ने प्रथम सूचना प्रशासन को दी । सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे एसपी अजय कुमार साहनी सहित अन्य लोगो ने जांच किया। एसपी ने सभी थानाध्यक्ष को निर्देश जारी कर दिया, खासकर गाजीपुर से सटे थानों को विशेष सतर्कता के निर्देश दिए । फिलहाल पुलिस रेलवे स्टेशन,रोडवेज,आदि कई स्थानों पर लगी रही है। सूचना मिलने पर आधी रात के बाद डीआईजी जेल गोरखपुर मंडल यादवेन्द्र शुक्ल मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच किया । इस दौरान डीआईजी जेल ने लापरवाही पाये जाने पर चार बंदी रक्षको को निलम्बित कर दिया। सबसे बड़ी बात यह है कि शासन प्रशासन एक तरफ जहाँ आधुनिकीकरण से लैस है जेल कहते है लेकिन इस जेल में कई सीसी कैमरा काम ही नहीं कर रहे हैं। फरार कैदियों में प्रकाश पुत्र बुद्वन मुसहर जनपद गाज़ीपुर के मरदह थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी है,दूसरा चन्द्र शेखर पुत्र लालजी मुसहर गहमर थाना क्षेत्र के मनीया गांव निवासी है,जितेन्द्र पुत्र देवनाथ मुसहर नन्दगंज थाना क्षेत्र के अगस्ता गांव निवासी बताया जा ता है। इन तीनों कैदियों को भडार में लगाया गया था और यह बैरक नम्बर (फाइव-सी) में रहते थे। इस संबध में पूछे जाने पर डीआईजी जेल गोरखपुर यादवेन्द्र शुक्ला ने बताया कि फरार कैदी 2 जून 2014 को हत्या,डकैती सहित कई संगीन मामले दर्ज थे। लापरवाही पाये जाने पर 02 प्रधान बंदी रक्षक और 02 बंदी रक्षक को निलम्बित कर दिया गया है। जिसमें हरिकृष्ण सिंह,विरेन्द्र यादव,अम्बिका पर कार्रवाई की गई है। फिलहाल जांच किया जा रहा है। कैदियों के फरार होने से जेल के पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा रहा।
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