आजमगढ़: पुलिस लाइन परिसर में पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 के निर्देशन में समस्त उ0प्र0 के समस्त परिक्षेत्र के मुख्यालयों पर जेंडर सेंसटाइजेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्याषाला आईजी जोन वाराणसी एस.के. भगत की अध्यक्षता व पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र आजमगढ के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी के निर्देशन में आयोजित की गयी। कार्यशाला का संचालन शैलेन्द्र कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्ेष्य पुलिस विभाग में जेंडर सेंसटाइजेशन के बारे में जागरूकता फैलाना, महिलाओं की सुरक्षा, विधि, शासन के प्रयास, आनर किलिंग के मुद्दे, गैंगरेप एसीड अटैक की घटनायें, 1090, विकल्प पोर्टल , शक्ति एप, नई किरण, रानी लक्ष्मी बाई सहायता स्किम (पुनर्वास का प्रयास), पास्को एक्ट के प्रावधान, मानव तस्करी, पीड़ित महिलाओं का एफआईआर कैसे दर्ज किया जाए आदि महिलाओं से सम्बन्धित अहम कानूनों एवं मुद्दों के बारे में जानकारी दी गयी। आईजी जोन एस.के. भगत द्वारा किस तरह से महिलाओं को समानता का अधिकार पुलिस विभाग में प्रदान किया जाए थानों पर महिला पीड़ितों के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाए के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। साथ ही यह भी बताया गया कि हमें महिलाओं के बारे में अत्यधिक संवेदनशील होना चाहिए। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ताओं में हीना देसाई, बाल कल्याण समिति के जनपद आजमगढ़ के अध्यक्ष, क्षेत्राधिकारी सदर कृष्ण कान्त सरोज, क्षेत्राधिकारी फूलपुर सतेन्द्र कुमार सिंह, महिला थानाध्यक्ष नगीन राय, महिला कांस्टेबल मृदुला मौर्य, कम्प्यूटर आपरेटर आशीष पाण्डेय आदि द्वारा जेंडर सेंसटाइजेशन के विषय पर प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में पावर प्वाइन्ट प्रजेन्टेशन के द्वारा भी सभी को जेंडर सेंसटाइजेशन,1090 वुमेन पावर लाइन आदि के बारे में बताया गया। कार्यशाला के समापन पर आई.जी. जोन वाराणसी द्वारा महिला थानाध्यक्ष नगीना राय, महिला थानाध्यक्ष अनीता सिंह, कम्प्यूटर आपरेटर आशीष पाण्डेय, महिला कांस्टेबल मृदुला मौर्य को दो-दो हजार रूपये का ईनाम प्रदान किया गया।
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