आजमगढ़ : एक कलयुगी पुत्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर जायदाद के लिए अपने पिता की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों से पूछताछ कर रही है। इस वारदात ने एक बार फिर रिश्तों को कलंकित कर दिया। आजमगढ़ जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र के सेमरौल गांव निवासी विरेंद्र यादव (52) पुत्र निरहू दिल्ली में रहकर छोटी मोटी नौकरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। करीब दस माह पूर्व दिल्ली से घर आया फिर वापस नहीं गया। परिवार के लोग उसे दिल्ली जाने का दबाव बना रहे थे लेकिन वह जाने को तैयार नही था जिसको लेकर परिवार में आये दिन विवाद होता रहता था। बीते 28 अप्रैल को तो हद ही हो गयी उसकी पत्नी चंदेयी देवी ने अपने दामाद प्रमोद और पुत्र अंगद यादव के साथ मिलकर विरेंद्र को मारने पीटने और आंख में तेज़ाब डालने की कोशिश की जिससे उसकी एक आंख खराब हो गयी थी । इस सम्बन्ध में थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। घटना के बाद से ही वीरेन्द्र परिवार से अलग अपने भाई के साथ रहने लगा तो यह भी उन लोगों से बर्दाश्त नहीं हुआ और जायदाद के लिए पुत्र अंगद ने अपने साथियों के साथ मिलकर पिता की कनपटी में गोली मार हत्या कर दी और फरार हो गया। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने मामला पंजीकृत कर लिया है। वही मृतक के भाई रविन्द्र का कहना है कि पूर्व में तेजाब डालने के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही की गयी जिसके कारण उनके भाई की हत्या हो गयी।
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