लालगंज : आजमगढ़। विकास खण्ड लालगंज क्षेत्र के अकबालपुर नाऊपुर मे बन रहे इंजीनियरिंग कालेज क्षेत्र मे गंदगी के मध्य पांव पसारी डायरिया से तीन दिनों मे श्रमिकों के अनुसार चार श्रमिकों की मृत्यु से हड़कम्प मच गया। इसी बीच बीमारी से तंग श्रमिक भागने को विवश यहां से पलायन कर रहे हैं। मीडिया द्वारा जिलाधिकारी को सूचना देने पर चिकित्सकों का एक दल घण्टों बाद स्थिति का जायजा लेने सोमवार को वहां पहुंचा तो उन्हें कई चीजें बीमारी फैलाने मे सहायक के रूप मे नजर आयीं। जिसमे पानी की सप्लाई तो कई फिट नीचे से सबमर्सिबल द्वारा की जा रही है किन्तु धनाभाव मे यह लोग बाल्टी मे रखे बासी पानी को खाना बनाने के साथ कई अन्य कामों मे उपयोग करते पाये गये। इसी प्रकार रहन सहन मे भी सफाई का पूर्णतया अभाव नजर अया। चिकित्सक डा. एसके सिंह ने उपस्थित श्रमिकों से कहा आप सभी लोग लालगंज स्थित चिकित्सालय आकर अपना इलाज कराने के साथ वहीं कुछ दिनों तक रहें जिससे आप लोगों को बीमारी दूर रहन सहन से सम्बंधित बातों से अवगत कराते हुये आपकी समुचित सहायता की जासके।
इसी मध्य बड़ी संख्या मे मजदूर यहां से पलायन करने को विवश हो गये हैं तथा यहां से अपने घर के लिये भाग रहे हैं। तीन दिनों मे चार मौतों से पूरी तरह घबराये श्रमिक एक ओर अपना पेट पालने को लेकर पूरी तरह सशंकित नजर आरहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इनकी समझ मे नहीं आरहा है कि वह क्या करें। मृतकों मे 4 वर्षीय रूपा पुत्री धर्मेंद्र ग्राम विधुर थाना दुद्धी जिला सोनभद्र तथा 18 वर्षीया प्रमिला पुत्री बुद्धसेन ग्राम कैछुआ थाना नईगढ जिला रीवा शामिल हैं। जबकि साथ के दो मरीजों को उसके परिजन साथ लेकर चले गये जहां उनके साथियों के अनुसार उनकी मृत्यु हो गयी किंतु नाम पता नहीं मिल सका। इसी प्रकार इसकी चपेट मे आये ज्ञानदास पुत्र राम किसुन (20 वर्ष ) ग्राम निगोह थाना घोरावल जिला सोनभद्र तथा रूखसाना पत्नी मुख्तार (25 वर्ष) निवासी माल्दह रतुआ जिला रानी नगर तथा चांद पुत्री धर्मेंद्र 6 वर्ष का निजी चिकित्सालय मे इलाज चल रहा है।
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