आजमगढ़। भारतीय समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश लाल एडवोकेट ने बसपा नेताओं द्वारा लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान भाजापा के पूर्व नेता दयाशंकर सिंह के परिवार को निशाना बनाते हुए जिस प्रकार अमर्यादित नारों का प्रयोग किया गया उससे मानवता शर्मशार हुयी है। श्री लाल ने कहा कि भाजपा नेता ने जरूर अमर्मादित बयान दिया लेकिन उन्होंने जान बूझकर ऐसा बयान नहीं दिया जैसे ही उन्हें गलती का अहसास हुआ उन्होने माँफी मांग लिया। माँफी के बाद प्रकरण का पटाक्षेप हो जाना चाहिए था लेकिन राजनैतिक लाभ के चक्कर में बसपा ने मामले के दूसरा रूप दे दिया। बसपा को अपने अतीत में झाकना चाहिए जब सवर्णों के खिलाफ क्या-क्या नहीं कहा। बसपा का प्रमुख एजेन्डा सवर्णों अति पिछड़ों अतिदलितों को अपमानित करना तथा उनके अधिकार से वंचित करना है। सवर्ण और अति पिछड़ा समाज अब बसपा के झांसे में नहीं आने वाला है। श्रीलाल ने भाजपा के अरोपी पूर्व नेता श्री सिंह के खिलाफ पुलिस द्वारा की जा रही उत्पीडक कार्यवाह को तत्काल रोकने की मांग करते हुए कहा कि सबसे पहले पूरे मामले की उच्च स्तरीय जाँच करानी चाहिए।
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