आजमगढ़: मेंहनगर थाना क्षेत्र के भोरमपुर गांव में मंगलवार की आधी रात के बाद झाड़ फूंक के बाद गया प्रसाद खाने से चार लोग गम्भीर बीमार पड़ गये। हालत गंभीर होने पर परिवार के लोग सभी को अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में एक युवक की मौत हो गयी। बाकी का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के अनुसार भोरमपुर गांव निवासी शिवमूरत (60) पुत्र बिहारी के घर झाड़ फूंक के लिए मंगलवार की शाम फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के रंगडीह गांव से ओझा बुलाया गया था। रात में पहले लोगों ने चिकन खाया। इसके बाद ओझा ने अपना काम शुरू किया। रात करीब एक बजे पूजा सम्पन्न करने के बाद ओझा ने सभी को शहद, घी, लवंग आदि को मिलाकर बनाया गया प्रसाद दिया। प्रसाद खाने के कुछ देर बाद ही हरेंद्र (22) पुत्र स्व राम मूरत, शिव मूरत (60) पुत्र पुत्र बिहारी, मंजू (30) पुत्री शिवमूरत और मंजू के पति तरवां थाना क्षेत्र के रेड़ा मठिया निवासी बबलू को उल्टी शुरू हो गयी। रात करीब 2.30 बजे हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिवार के लोग सभी को जिला अस्पताल ले आ रहे थे कि रास्ते में ही हरेंद्र की मौत हो गयी। अन्य तीन को जिला अस्पताल में भर्ती कराने के बाद लोग शव लेकर वापस लौट गये। घटना की जानकारी होने पर थानाध्यक्ष कुमुद शेखर सिंह मौके पर पहुंचे और बुधवार की सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिये। मंजू, बबलू और शिवमूरत जिला अस्पताल से किसी निजी अस्पताल में उपचार के लिए चले गये है। बताते है कि स्थित बिगड़ती देख ओझा ने भी बीमारी का नाटक किया और लोगों के साथ जिला अस्पताल आ गया था। वहां से वह कहां गया पता नहीं चला। मृतक के पिता की मौत करीब 28 साल पहले हो गयी थी। हरेंद्र मुंबई में नौकरी कर मां और अपनी छोटी बहन कुसुम का भरण पोषण करता है। 28 अप्रैल को कुसुम की शादी थी। शादी में शामिल होने के लिए हरेंद्र 24 अप्रैल को मुंबई से घर आया था। उसकी मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। बहन कुसुम और मां कवलपत्ती की हालत विक्षिप्तों जैसी हो गयी है।
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