मुनीर के साथ पहले भी अलीगढ़ में शादाब है हत्यारोपी
बता दें कि एनआईए अफसर तंजील अहमद की दो अप्रैल को बिजनौर में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। इस मामले में बिजनौर के ही रहने वाले मुनीर का नाम आया था। एनआईए समेत प्रदेश सरकार की एजेंसियां मुनीर की तलाश में जुटी हुई है। इसी बीच एनआईए की टीम ने सोमवार को सरायमीर थाना क्षेत्र के असाढ़े गांव निवासी आकिब पुत्र खालिद, बिलरियागंज निवासी शादाब पुत्र अबूलाला और जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के अरन गांव निवासी वामिक को हिरासत में ले लिया। टीम ने करीब चौबीस घंटे तक तीनों से पूछताछ की। इसके बाद मंगलवार की रात करीब आठ बजे आकिब और वामिक को छोड़ दिया। चर्चा है कि एनआईए आधी रात के बाद शादाब को लेकर लखनऊ रवाना हो गयी। सूत्रों की माने तो एनआईए तंजील अहमद की हत्या में शादाब का भी हाथ मान रही है। अनुसार वैसे भी शादाब और मुनीर के बीच गहरी दोस्ती रही है। अलीगढ़ विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई कर रहे शादाब, मुनीर और निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा गांव निवासी रेहान ने करीब एक वर्ष पूर्व अलीगढ़ में सहारनपुर के एक छात्र की हत्या की थी। इस मामले में रेहान अब भी जेल में बंद है। जबकि घटना के बाद से ही शादाब फरार चल रहा था। तीन माह पूर्व उसके घर कुर्की की नोटिस भी चस्पा की गयी थी लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ था। गिरफ्तारी के दो दिन पहले ही शादाब आजमगढ़ आया था। परिवार के लोग इस मुद्दे पर कुछ बोलने के लिए तैयार नही है।
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