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फरीदाबाद गांव का माहौल बीती रात फिर गरम , पुलिस ने मामले को नियंत्रण में लिया


फरिहां (आजमगढ़) : निजामाबाद थाना क्षेत्र का फरीदाबाद गांव का माहौल गुरुवार की रात एक बार फिर गरम हो गया। अराजकतत्वों ने दो पक्षों के बीच हुई मारपीट को सांप्रदायिक रूप देकर क्षेत्र में बहाल हुई शांति के माहौल में एक बार फिर खलल डालने की कोशिश की। समय रहते मौके पर कई थानों की फोर्स पहुंच गई और मामले को नियंत्रण में कर लिया। घटना को लेकर क्षेत्र में एहतियातन पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरीदाबाद तिराहे के पास गुरुवार की रात करीब 9.45 बजे बाइक सवार एक युवक दुर्घटना का शिकार हो गया। गांव के तिराहे पर मौजूद परसहा गांव के कुछ युवक सड़क पर गिरे युवक को उठाने लगे। उसी दौरान वहां मौजूद कुछ युवकों ने टोका-टोकी की। अपमानित महसूस होने पर उन युवकों ने परसहां ग्राम निवासी 24 वर्षीय फैजान व 32 वर्षीय नुरू को पीट दिया। मार खाए युवक यह बात अपने गांव जाकर लोगों को बताया तो गांव के कुछ युवक परसहां गांव स्थित रेलवे क्रासिंग  पर पहुंचकर हमलावरों को ललकारने लगे। हमलावर युवक भी कुछ लोगों के साथ वहां पहुंचे और दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। इस घटना में फरीदाबाद गांव के 35 वर्षीय विनोद यादव व राजेश यादव घायल हो गए। फरीदाबाद गांव के युवक वापस लौटे और अपने गांव के पास लखनऊ-बलिया राजमार्ग को अवरुद्ध करते हुए उस रास्ते से गुजर रहे लोगों पर हमला करने लगे। हमलावरों की जद में फरिहां गांव से सरायमीर कस्बे में रात्रिकालीन क्रिकेट मैच खेलने जा रहे आधा दर्जन युवक आ गए। यह बात जब आसपास के गांवों के लोगों को हुई तो दोनों पक्षों के लोग मौके पर जुटने लगे। मामले को सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की जाने लगी। यह जानकारी जब पुलिस महकमे को हुई तो रात करीब 11 बजे पुलिस के आला अधिकारी व कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।  भारी संख्या में फोर्स देख दोनों पक्षों के लोग वहां से खिसक लिये। घटना को लेकर क्षेत्र में तनाव है। बता दें कि होली के दिन अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को रंग पोतने को लेकर फरीदाबाद गांव व आसपास के गांवों के लोग आमने-सामने हो गए थे। इस दौरान क्षेत्र का माहौल कई दिनों तक तनावपूर्ण बना रहा। गुरुवार को हुई इस घटना से एक बार फिर माहौल अशांत हो गया। स्थानीय लोग घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोगों का आरोप है कि घटना की सूचना दिए जाने के बावजूद लगभग ढाई घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों ने एक पक्ष पर सत्ता के संरक्षण का भी आरोप लगाया है।  इस संबंध में सीओ फूलपुर का कहना है कि दुर्घटना को लेकर हुई मारपीट की घटना को अराजकतत्वों ने सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश की लेकिन पुलिस की सक्रियता से वे अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके। इस घटना के लिए दोषी लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।   
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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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