आजमगढ़.: सरकार लाख दावे करे कि गांव की सड़के शहर से बेहतर हैं और गांवों के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पर सच गांव में जाकर देखा जा सकता है। झांझावतों से जूझ रहे लोग अगर आवाज भी उठाये तो उसपर ध्यान नहीं दिया जाता। इसका जीता जागता प्रमाण सड़गी तहसील का लाटघाट क्षेत्र है। यहां लोग वर्षो से सड़क बिजली, पानी की समस्या के समाधान के लिए आवाज उठातें रहे लेकिन उसे अनसूना कर दिया गया। अब तीन दिन से ओमप्रकाश पटेल उर्फ साधु और दिग्विजय राय गाधी आमरण अनशन पर बैठे हैं लेकिन इसके बाद भी प्रशासन नहीं जाग रहा। अब तक यहां कोई अधिकारी नहीं पहुंचा और ना ही सत्ताधारी दल के विधायक ने भूखे प्यासे मर रहे लोगों की सुध लेने की जरूरत समझी है। बता दें कि लाटघाट जीयनपुर मार्ग लंबे समय से क्षतिग्रस्त है। अब इस सड़क की हालत यह है कि इसपर पैदल चलना भी मुश्किल है। आयेदिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लाटघाट बाजार में शुलभ शौचालय की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। यह मांग भी आज तक पूरी नहीं हुई। लोगों ने जिलाधिकारी से गुहार लगायी। विधायक अभय नारायण पटेल से मिले लेकिन किसी ने यहां के लोगों का दर्द नहीं समझा। मजबूर होकर क्षेत्र के ओमप्रकाश पटेल उर्फ साधु और दिग्विजय राय गाधी मंगलवार को लाटघाट बाजार स्थित गांधी आश्रम के सामने आमरण अनशन पर बैठ गये। इस भारी गर्मी में दोनों भोजन पानी के बिना सड़क किनारे बैठे हैं। उनकी हालत लगातर बिगड़ रही है लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने अनशन स्थल पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। गांधी का कहना है बार वे आरपार की लड़ाई का मन बनाकर बैठे है। यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन मांग मान नहीं लेता और सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो जाता।
बिजली व सड़क की मांग को लेकर तीन दिन से अनशन पर बैठे है लोग
आजमगढ़.: सरकार लाख दावे करे कि गांव की सड़के शहर से बेहतर हैं और गांवों के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। पर सच गांव में जाकर देखा जा सकता है। झांझावतों से जूझ रहे लोग अगर आवाज भी उठाये तो उसपर ध्यान नहीं दिया जाता। इसका जीता जागता प्रमाण सड़गी तहसील का लाटघाट क्षेत्र है। यहां लोग वर्षो से सड़क बिजली, पानी की समस्या के समाधान के लिए आवाज उठातें रहे लेकिन उसे अनसूना कर दिया गया। अब तीन दिन से ओमप्रकाश पटेल उर्फ साधु और दिग्विजय राय गाधी आमरण अनशन पर बैठे हैं लेकिन इसके बाद भी प्रशासन नहीं जाग रहा। अब तक यहां कोई अधिकारी नहीं पहुंचा और ना ही सत्ताधारी दल के विधायक ने भूखे प्यासे मर रहे लोगों की सुध लेने की जरूरत समझी है। बता दें कि लाटघाट जीयनपुर मार्ग लंबे समय से क्षतिग्रस्त है। अब इस सड़क की हालत यह है कि इसपर पैदल चलना भी मुश्किल है। आयेदिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लाटघाट बाजार में शुलभ शौचालय की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। यह मांग भी आज तक पूरी नहीं हुई। लोगों ने जिलाधिकारी से गुहार लगायी। विधायक अभय नारायण पटेल से मिले लेकिन किसी ने यहां के लोगों का दर्द नहीं समझा। मजबूर होकर क्षेत्र के ओमप्रकाश पटेल उर्फ साधु और दिग्विजय राय गाधी मंगलवार को लाटघाट बाजार स्थित गांधी आश्रम के सामने आमरण अनशन पर बैठ गये। इस भारी गर्मी में दोनों भोजन पानी के बिना सड़क किनारे बैठे हैं। उनकी हालत लगातर बिगड़ रही है लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने अनशन स्थल पर पहुंचने की जहमत नहीं उठाई। गांधी का कहना है बार वे आरपार की लड़ाई का मन बनाकर बैठे है। यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक प्रशासन मांग मान नहीं लेता और सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो जाता।
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