फूलपुर (आजमगढ़) : स्थानीय तहसील के तहसीलदार के स्थानांतरण के विरोध में शुक्रवार को अधिवक्ता आंदोलित हो गए। तहसील गेट के सामने सुबह 10.30 बजे लखनऊ- बलिया मार्ग पर जाम लगाकर स्थानांतरण रोकने की मांग की। उपजिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से फोन पर बात कराई। उन्होंने उनके ज्ञापन को राज्यपाल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद 11.30 बजे जाम समाप्त हुआ। गुरुवार को अधिवक्ताओं को तहसीलदार शिवसागर दुबे के स्थानांतरण की सूचना मिली तो उनमें उबाल आ गया। आरोप लगाया कि ऐसे अधिकारी का स्थानांतरण राजनीतिक दबाव से किया गया है। शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन व सड़क जाम की सूचना पर सुबह से काफी संख्या में तहसील मुख्यालय पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई। अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते ईमानदार तहसीलदार का रातोंरात स्थानांतरण किया गया जो क्षेत्र की जनता के साथ धोखा है। एसडीएम अमृतलाल बिंद के समझाने के बाद भी अधिवक्ता जिलाधिकारी से बात करने की मांग पर अड़ रहे लेकिन निराशा हाथ लगी। एडीएम एफआर से फोन पर हुई वार्ता के विरोध समाप्त हुआ। इस बीच नवागत तहसीलदार मनोज तिवारी ने शुक्रवार को ही कार्यभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष लालचंद यादव, मंत्री रामअजोर यादव, पूर्व अध्यक्ष रामनरायन यादव, इश्तियाक अहमद, प्रदीप ¨सह रमेशचंद शुक्ला, देशराज, विजय ¨सह, बांकेलाल यादव, रामपलट यादव, चंद्रिका, बंद्रिका सहित काफी संख्या में वकील थे।
तहसीलदार के स्थानांतरण के विरोध में अधिवक्ता हुए आंदोलित
फूलपुर (आजमगढ़) : स्थानीय तहसील के तहसीलदार के स्थानांतरण के विरोध में शुक्रवार को अधिवक्ता आंदोलित हो गए। तहसील गेट के सामने सुबह 10.30 बजे लखनऊ- बलिया मार्ग पर जाम लगाकर स्थानांतरण रोकने की मांग की। उपजिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से फोन पर बात कराई। उन्होंने उनके ज्ञापन को राज्यपाल तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद 11.30 बजे जाम समाप्त हुआ। गुरुवार को अधिवक्ताओं को तहसीलदार शिवसागर दुबे के स्थानांतरण की सूचना मिली तो उनमें उबाल आ गया। आरोप लगाया कि ऐसे अधिकारी का स्थानांतरण राजनीतिक दबाव से किया गया है। शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन व सड़क जाम की सूचना पर सुबह से काफी संख्या में तहसील मुख्यालय पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई। अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर तहसील परिसर में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते ईमानदार तहसीलदार का रातोंरात स्थानांतरण किया गया जो क्षेत्र की जनता के साथ धोखा है। एसडीएम अमृतलाल बिंद के समझाने के बाद भी अधिवक्ता जिलाधिकारी से बात करने की मांग पर अड़ रहे लेकिन निराशा हाथ लगी। एडीएम एफआर से फोन पर हुई वार्ता के विरोध समाप्त हुआ। इस बीच नवागत तहसीलदार मनोज तिवारी ने शुक्रवार को ही कार्यभार ग्रहण कर लिया। इस मौके पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष लालचंद यादव, मंत्री रामअजोर यादव, पूर्व अध्यक्ष रामनरायन यादव, इश्तियाक अहमद, प्रदीप ¨सह रमेशचंद शुक्ला, देशराज, विजय ¨सह, बांकेलाल यादव, रामपलट यादव, चंद्रिका, बंद्रिका सहित काफी संख्या में वकील थे।
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