आजमगढ़: जिले के सरायमीर क्षेत्र के बस्ती गांव में चुनावी रंजिश को लेकर रविवार की सुबह एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर पर हमला कर दिया। लाठी डंडे से हुए इस हमले में दूसरे पक्ष के पांच लोग घायल हो गए। इससे घबराए दूसरे पक्ष ने भी जमकर पथराव किया , इसके बाद मौके पर सांप्रदायिक तनाव का माहौल बन गया था जो फिलहाल पुलिस की सक्रियता से थम गया। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गयी है। स्वयं एसपी पूरे दिन मौके पर डंटे रहे। वहीं घायल पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कर लिया है।
बता दें कि कड़छा गांव निवासी चन्द्रेश यादव ने पिछले दिनों क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लडा़ था। आरोप लगाया कि बस्ती गांव निवासी एक व्यक्ति के परिजनों ने वोट के लिए रुपये वसूले थे लेकिन उसे वोट नहीं दिया। इसी बात से नाराज होकर चन्द्रेश पक्ष के लगभग एक दर्जन लोग रविवार की सुबह साढे आठ बजे दूसरे पक्ष के घर पर पहुंच कर लाठी डंडे से हमला कर दिया। घर में रखा सामान व दो बाइकें भी तोड दीं। हमले में पांच लोग घायल हो गए। घायल पक्ष ने आरोप लगाया है कि घटना के दौरान हमलावरों ने घर में रखा 15 हजार रुपये व महिलाओं के जेवर भी छीन लिए।
हमले में हनीफ शाह (65) पुत्र शेरअली, जरीना (35) पत्नी नग्गन शाह, मलजहां (55) पत्नी भोला शाह, सलमान (21) पत्नी अब्दुल हमीद, फरजाना (16) पुत्री भोला, नजमा (40) पत्नी आजाद, रूखसाना (35) पत्नी गुलाम वारिस व गुलाम की पुत्रियां रिजवाना (8) व नसीमा (5) घायल हो गयीं थीं। सभी का उपचार जिला मुख्यालय पर चल रहा है। बताते हैं कि जब विवाद शुरू हुआ उसी समय एलआईयू में तैनात कर्मचारी मौके से गुजर रहा था। उसी ने सरायमीर थाने और पुलिस अधीक्षक को घटना की सूचना दे दी थी। यही वजह थी कि मारपीट के बाद पथराव शुरू होते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी थी। पुलिस के पहुंचने के बाद हमलावर पक्ष के ज्यादातर लोग भाग खड़े हुए थे। दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक दयानंद मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गये।
अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। यह अलग बात है कि अभी भी दोनों पक्षों में तनाव साफ दिख रहा है। स्थिति को भांपते हुए अहरौला, दीदारगंज, निजामाबाद, सरायमीर, गंभीरपुर थाने की पुलिस देर शाम तक मौके पर डटी हुई थी। वहीं पीएसी भी लगा दी गयी है। स्वयं एसपी थाने पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ हनीफ शाह की तहरीर पर पुलिस ने करछा गांव के नौ लोगों के खिलाफ घर में घुसकर तोड़फोड़, मारने-पीटने तथा सामान लूटने का मामला पंजीकृत कर लिया है। होली के दिन से यह चौथी घटना है जब जिले का माहौल खराब हुआ है। हर छोटी-बड़ी घटना को साम्प्रदायिक रुप देने की कोशिश हो रही है। इससे आम आदमी सहमा हुआ है। वहीं पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन गयी है।
बता दें कि कड़छा गांव निवासी चन्द्रेश यादव ने पिछले दिनों क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लडा़ था। आरोप लगाया कि बस्ती गांव निवासी एक व्यक्ति के परिजनों ने वोट के लिए रुपये वसूले थे लेकिन उसे वोट नहीं दिया। इसी बात से नाराज होकर चन्द्रेश पक्ष के लगभग एक दर्जन लोग रविवार की सुबह साढे आठ बजे दूसरे पक्ष के घर पर पहुंच कर लाठी डंडे से हमला कर दिया। घर में रखा सामान व दो बाइकें भी तोड दीं। हमले में पांच लोग घायल हो गए। घायल पक्ष ने आरोप लगाया है कि घटना के दौरान हमलावरों ने घर में रखा 15 हजार रुपये व महिलाओं के जेवर भी छीन लिए।
हमले में हनीफ शाह (65) पुत्र शेरअली, जरीना (35) पत्नी नग्गन शाह, मलजहां (55) पत्नी भोला शाह, सलमान (21) पत्नी अब्दुल हमीद, फरजाना (16) पुत्री भोला, नजमा (40) पत्नी आजाद, रूखसाना (35) पत्नी गुलाम वारिस व गुलाम की पुत्रियां रिजवाना (8) व नसीमा (5) घायल हो गयीं थीं। सभी का उपचार जिला मुख्यालय पर चल रहा है। बताते हैं कि जब विवाद शुरू हुआ उसी समय एलआईयू में तैनात कर्मचारी मौके से गुजर रहा था। उसी ने सरायमीर थाने और पुलिस अधीक्षक को घटना की सूचना दे दी थी। यही वजह थी कि मारपीट के बाद पथराव शुरू होते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी थी। पुलिस के पहुंचने के बाद हमलावर पक्ष के ज्यादातर लोग भाग खड़े हुए थे। दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक दयानंद मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण शैलेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गये।
अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। यह अलग बात है कि अभी भी दोनों पक्षों में तनाव साफ दिख रहा है। स्थिति को भांपते हुए अहरौला, दीदारगंज, निजामाबाद, सरायमीर, गंभीरपुर थाने की पुलिस देर शाम तक मौके पर डटी हुई थी। वहीं पीएसी भी लगा दी गयी है। स्वयं एसपी थाने पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ हनीफ शाह की तहरीर पर पुलिस ने करछा गांव के नौ लोगों के खिलाफ घर में घुसकर तोड़फोड़, मारने-पीटने तथा सामान लूटने का मामला पंजीकृत कर लिया है। होली के दिन से यह चौथी घटना है जब जिले का माहौल खराब हुआ है। हर छोटी-बड़ी घटना को साम्प्रदायिक रुप देने की कोशिश हो रही है। इससे आम आदमी सहमा हुआ है। वहीं पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन गयी है।
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