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सर्व शिक्षा अभियान को लेकर डी एम के कड़े तेवर

 6 - 14 वर्ष तक के प्रत्येक बालक-बालिकाओं को निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अवसर प्राप्त कराया जाय- जिलाधिकारी 


आज़मगढ़ 01 अप्रैल 2016-- जिलाधिकारी/जिला शिक्षा परियोजना समिति के अध्यक्ष सुहास एलवाई की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में जिला शिक्षा परियोजना समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नये शैक्षणिक सत्र 2016-17 में 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं का शत-प्रतिशत नांमाकन कराये जाने के उद्देश्य से 30 अप्रैल 2016 तक स्कूल चलो अभियान चलाया जायेगा। उन्होने ने कहा कि सरकार की मंशा है कि 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के समस्त बालक-बालिकाओं का नामांकन कराया जाना चाहिए एक भी बच्चों/बच्चियाँ निरक्षर नही रहना चाहिए। सभी का नामांकन जरूरी है। उन्होंने कहा कि निःशुल्क एवं बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अधीन 6 - 14 वर्ष तक के प्रत्येक बालक-बालिकाओं को निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अवसर प्राप्त कराया जाय। यह महत्वपूर्ण एवं चुनौती भरा कार्य है। जिसके क्रियान्वयन हेतु प्रभावी अनुश्रवण की आवश्यकता है। स्कूल चलो अभियान के द्वारा प्रत्येक बालक-बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास है। इस अभियान के अन्तर्गत शिक्षकों/शिक्षा मित्रों द्वारा घर-घर जाकर बच्चों के माता-पिता/अभिभावकों से सम्पर्क करते हुए शिक्षा के महत्व को बताते हुए समस्त बच्चें का नामांकन कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि समस्त बालक-बालिकाओं के नामांकन कराने से जिला पंचायत अध्यक्ष/संसद सदस्य/विधायकगण/जिला पंचायत सदस्य का सहयोग प्राप्त करते हुए शत-प्रतिशत नामांकन करायें। उन्होने बताया कि अप्रैल 2016 नया सत्र शुरू हो गया है। विकास खण्डवार ब्लाक प्रमुख की अध्यक्षता में समस्त ग्राम प्रधानों/बी0डी0सी0 सदस्यों तथा स्थानीय एन0जी0ओ0 को स्कूल चलो अभियान हेतु अनका सहायोग प्राप्त करें। जिलाधिकारी ने ग्राम शिक्षा समिति/वार्ड शिक्षा समिति एवं विद्यालय प्रबन्ध समिति की बैठक करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होने समस्त प्रधानाध्यापक/सहा0 अध्यापक/शिक्षा मित्र अपने-अपने संबन्धित क्षेत्र में घर-घर जाकर सम्पर्क करें, अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित/जागरूकता करें यह भी सुनिश्चित करें कि एक भी बच्चा नामांकन से वंचित न रहने पाये। इसके लिए विशेष कर पिछड़े क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होने कहा कि शत-प्रतिशत बच्चों के नामांकन कराने में शिक्षा विभाग, जिला नगरीय विकास अभिकरण, आई0सी0डी0एस0, नेहरू युवा केन्द्र, श्रम विभाग का सहयोग भी प्राप्त करें।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण के अवसर पर पूछा गया कि सभी लोग सरकारी स्कूलों में पढ़े है और आगे बढे है तो आप लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में नामांकन क्यो कराते है। इस पर सभी लोगांे ने एक स्वर से कहा कि अध्यापक स्कूल में आते ही नही और आते भी है तो पढ़ाते ही नही है। इस पर शिक्षा विभाग अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ब्लाकवार बैठक करके अध्यापकों के कर्तव्य के विषय में जानकारी देते हुए उन्हे अच्छी से अच्छी शिक्षा देने के लिए निर्देशित करें। उन्होने कहा कि एक माह में रिजल्ट मिलना चाहिए। लापरवाही और हीलाहवाली बर्दास्त नही की जायेगी। उन्होने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में अध्यापकों को वेतन कम मिलता है हमारे सरकारी अध्यापकों को वेतन ज्यादा मिलता है तो शिक्षा के स्तर मे गिरावट क्यो आ रही है। उन्होने सभी शिक्षकों को कहा कि समय से स्कूल में उपस्थिति होनी चाहिए तथा गुणवत्ता परक शिक्षा बच्चों को मिलना चाहिए ताकि हमारे सरकारी स्कूलों में नामांकन के लिए लाइन लगना शुरू हो जाय। उन्होने ए0बी0एस0ए0 को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र के अध्यापकों के उपर नियंत्रण रखे। उन्होने कहा कि अधिकारी यदि सुपरवीजन अच्छा करेगें तो परिणाम अवश्य अच्छा आयेगा। उन्होने एक माह का समय दिया है यदि शिक्षा के गुणवत्ता मे जिस विद्यालय का रिजल्ट अच्छा नही आयेगा तो दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने ए0बी0एस0ए0 को निर्देशित करते हुए कहा कि जिस गांव में स्कूल है वहा के 4-5 सम्भ्रान्त व्यक्तिओं के फोन नम्बर अपने पास रखे और रोज स्कूल में अध्यापकों की उपस्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते रहे। उन्होने कार्यवाही के सम्बन्ध में बताया कि लापरवाही बरतने वाले अध्यापकों के उपर कार्यवाही करने में हिचकिचाए नही। उन्होने सभी लोगों को कहा कि बैठक में सकल्प लेकर जाय कि स्कूलों में शिक्षा के पठन-पाठन कार्य में ढिलाई नही बरतेगंे और बरतने भी नही देगें। उन्होने कहा कि ए0बी0एस0ए0 की क्षमता में कोई कमी नही है लेकिन पठन-पाठन के लिए प्रेरण होनी चाहिए। अन्त में उन्होने कहा कि सभी लोग आपस में सामन्जस्य बनाकर कार्य करें। और शिक्षा के गुणवत्ता में जो गिरावट है उसे दूर करते हुए गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ाना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, डूडा के परियोजना अधिकारी हरेराम यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रजीत सिंह यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उमाशंकर पान्डेय, समाज कल्याण अधिकारी राजीव रत्न ंिसह सहित सभी ए0बी0एस0ए0 व शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थें।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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