6 - 14 वर्ष तक के प्रत्येक बालक-बालिकाओं को निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अवसर प्राप्त कराया जाय- जिलाधिकारी
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधानों के प्रशिक्षण के अवसर पर पूछा गया कि सभी लोग सरकारी स्कूलों में पढ़े है और आगे बढे है तो आप लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में नामांकन क्यो कराते है। इस पर सभी लोगांे ने एक स्वर से कहा कि अध्यापक स्कूल में आते ही नही और आते भी है तो पढ़ाते ही नही है। इस पर शिक्षा विभाग अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ब्लाकवार बैठक करके अध्यापकों के कर्तव्य के विषय में जानकारी देते हुए उन्हे अच्छी से अच्छी शिक्षा देने के लिए निर्देशित करें। उन्होने कहा कि एक माह में रिजल्ट मिलना चाहिए। लापरवाही और हीलाहवाली बर्दास्त नही की जायेगी। उन्होने कहा कि प्राइवेट स्कूलों में अध्यापकों को वेतन कम मिलता है हमारे सरकारी अध्यापकों को वेतन ज्यादा मिलता है तो शिक्षा के स्तर मे गिरावट क्यो आ रही है। उन्होने सभी शिक्षकों को कहा कि समय से स्कूल में उपस्थिति होनी चाहिए तथा गुणवत्ता परक शिक्षा बच्चों को मिलना चाहिए ताकि हमारे सरकारी स्कूलों में नामांकन के लिए लाइन लगना शुरू हो जाय। उन्होने ए0बी0एस0ए0 को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र के अध्यापकों के उपर नियंत्रण रखे। उन्होने कहा कि अधिकारी यदि सुपरवीजन अच्छा करेगें तो परिणाम अवश्य अच्छा आयेगा। उन्होने एक माह का समय दिया है यदि शिक्षा के गुणवत्ता मे जिस विद्यालय का रिजल्ट अच्छा नही आयेगा तो दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने ए0बी0एस0ए0 को निर्देशित करते हुए कहा कि जिस गांव में स्कूल है वहा के 4-5 सम्भ्रान्त व्यक्तिओं के फोन नम्बर अपने पास रखे और रोज स्कूल में अध्यापकों की उपस्थिति और शिक्षा की गुणवत्ता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते रहे। उन्होने कार्यवाही के सम्बन्ध में बताया कि लापरवाही बरतने वाले अध्यापकों के उपर कार्यवाही करने में हिचकिचाए नही। उन्होने सभी लोगों को कहा कि बैठक में सकल्प लेकर जाय कि स्कूलों में शिक्षा के पठन-पाठन कार्य में ढिलाई नही बरतेगंे और बरतने भी नही देगें। उन्होने कहा कि ए0बी0एस0ए0 की क्षमता में कोई कमी नही है लेकिन पठन-पाठन के लिए प्रेरण होनी चाहिए। अन्त में उन्होने कहा कि सभी लोग आपस में सामन्जस्य बनाकर कार्य करें। और शिक्षा के गुणवत्ता में जो गिरावट है उसे दूर करते हुए गुणवत्तापरक शिक्षा को बढ़ाना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र वर्मा, डूडा के परियोजना अधिकारी हरेराम यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रजीत सिंह यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी उमाशंकर पान्डेय, समाज कल्याण अधिकारी राजीव रत्न ंिसह सहित सभी ए0बी0एस0ए0 व शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थें।
Blogger Comment
Facebook Comment