आजमगढ़ : परिस्थिति कोई भी हो लेकिन प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। कुछ ऐसा ही देखने को मिला बुधवार को नेहरू हाल के सभागार में राज्य निर्वाचन के निर्देश पर विधानसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर बीएलओ (बूथ लेबल अधिकारी) के प्रशिक्षण के दौरान। अब शहर के राहुल नगर मड़या निवासी दिव्यांग अखिलेश चौधरी शिक्षा की अलख जगाने के साथ ही मतदाता जागरुकता में भागीदारी निभाएगा। शहर के राहुल नगर मड़या निवासी 22 वर्षीय दाहिने हाथ से दिव्यांग अखिलेश चौधरी गरीबी के चलते स्नातक की शिक्षा ग्रहण करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर सका लेकिन उसका जज्बा कम नहीं हुआ। शहर के सिधारी स्थिति एक दुकान पर 3500 रुपये प्रतिमाह नौकरी करने वाला यह उत्साहित युवक प्रत्येक रविवार को घर से 10 रुपये लेकर निकल जाता है और अपने वेतन के 1500 रुपये से पंफलेट छपवाकर लोगों को अपने बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करता है। प्रधानमंत्री के गोद लिए गांव जयापुर, सपा मुखिया के गोद लिए गांव तमौली सहित जौनपुर और जिले के कई गांवों में शिक्षा की अलग जगा रहे इस युवक का उत्साह देखते ही बनता है उसके इस उत्साह को देखते नोडल अधिकारी (स्वीप)/डीडीसी ऋतु सुहास ने उसे प्रशिक्षण में आमंत्रित किया और बीएलओ से परिचित कराया। जब अखिलेश ने लोगों के सामने अपनी बात रखी तो डीडीसी ने कहा कि अब आप शिक्षा के साथ लोगों को मतदाता बनने और मतदान के प्रति जागरूक करने का भी काम करेंगे। इस बात का सभी ने तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया।
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