आजमगढ़ : मतदान के समय मतदेय स्थलों पर दिव्यांग मतदाताओं की परेशानियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग भी गंभीर है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधानसभा चुनाव-2015 को दृष्टिगत जिला प्रशासन भी तैयारी में जुट गया है। अब बीएलओ (बूथ लेबल अधिकारी) अपने क्षेत्रों के दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने के साथ उनका नाम और मोबाइल नंबर के साथ उनके जुड़ी अन्य आवश्यक रिपोर्ट तैयारी करेंगे। बुधवार को नेहरू हाल के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में विधानसभा क्षेत्र मुबारकपुर (310) व सदर के बीएलओ (361) को नोडल अधिकारी (स्वीप)/डीडीसी ऋतु सुहास ने इस संबंध में आवश्यक जानकारी दी। डीडीसी ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को अधिक से अधिक संख्या में जागरूक करने की दिशा में एक सार्थक पहल होनी चाहिए। मतदेय स्थलों पर उनको सुविधा तो उपलब्ध हो ही साथ में उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया जाए कि वे अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मतदाता तो किसी भी प्रकार से दिव्यांग होते हैं उनके अंदर की हीन भावना को दूर करना होगा। यह तब संभव होगा जब उनकी परेशानी को महसूस करते हुए उन्हें प्रेरित किया जाएगा। एसडीएम सदर डा. अशोक कुमार ¨सह ने जेंडर रेशियो पर ध्यान देने की जानकारी दी। इस मौके पर तहसीलदार मधुसूदन आर्य, नायब तहसीलदार हिसामुल हक फरीदी व रजिस्ट्रार कानूनगो निर्वाचन चंद्रप्रकाश लाल श्रीवास्तव थे।
दिव्यांग मतदाताओं की परेशानियों को लेकर आयोग भी गंभीर - ऋतु सुहास
आजमगढ़ : मतदान के समय मतदेय स्थलों पर दिव्यांग मतदाताओं की परेशानियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग भी गंभीर है। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधानसभा चुनाव-2015 को दृष्टिगत जिला प्रशासन भी तैयारी में जुट गया है। अब बीएलओ (बूथ लेबल अधिकारी) अपने क्षेत्रों के दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने के साथ उनका नाम और मोबाइल नंबर के साथ उनके जुड़ी अन्य आवश्यक रिपोर्ट तैयारी करेंगे। बुधवार को नेहरू हाल के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में विधानसभा क्षेत्र मुबारकपुर (310) व सदर के बीएलओ (361) को नोडल अधिकारी (स्वीप)/डीडीसी ऋतु सुहास ने इस संबंध में आवश्यक जानकारी दी। डीडीसी ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं को अधिक से अधिक संख्या में जागरूक करने की दिशा में एक सार्थक पहल होनी चाहिए। मतदेय स्थलों पर उनको सुविधा तो उपलब्ध हो ही साथ में उन्हें इस बात के लिए प्रेरित किया जाए कि वे अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि ऐसे मतदाता तो किसी भी प्रकार से दिव्यांग होते हैं उनके अंदर की हीन भावना को दूर करना होगा। यह तब संभव होगा जब उनकी परेशानी को महसूस करते हुए उन्हें प्रेरित किया जाएगा। एसडीएम सदर डा. अशोक कुमार ¨सह ने जेंडर रेशियो पर ध्यान देने की जानकारी दी। इस मौके पर तहसीलदार मधुसूदन आर्य, नायब तहसीलदार हिसामुल हक फरीदी व रजिस्ट्रार कानूनगो निर्वाचन चंद्रप्रकाश लाल श्रीवास्तव थे।
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