पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट में कोई ख़ास निष्कर्ष नहीं
मुबारकपुर /आज़मगढ़: स्थानीय थाना क्षेत्र के मोहल्ला पूरा खिज़िर बंदरी बाग़ स्थित पोखरी में लापता तीन वर्षीय मासूम बालक ज़ुलकरनैन का शव मिलने से जहाँ लोग सकते में आ गए थे वहीँ पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से और भी मामला और भी उलझ गया है। अब यह मामला पहेली बन गया जो पुलिस के लिए चुनौती सा बन गया है लगता है। सूत्रों की माने तो रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के जिस्म पर कोई चोट का निशान नहीं मिला है। अब सवाल उठता है कि बच्चे की जीभ बाहर कैसे निकली या फिर वह कैसे पोखरी में गया। दूसरी तरफ प्रभारी निरिक्षक संतलाल यादव ने बताया कि इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ हो रही है। पूरे नगर में चर्चा का विषय बन गया है कि तीन वर्षीय ज़ुल्क़र नैन की आखिर मौत कैसे हुई और क्या सही राज़ खुल पायेगा आखिर लाश मिलने पर उसकी जीभ बाहर निकली हुई थी क्या वो किसी की साज़िश का शिकार तो नहीं हुआ ? ज्ञात हो कि मऊ जनपद के मोहम्दाबाद कोतवाली क्षेत्र के खैराबाद निवासी अबुज़र अंसारी पुत्र इफ़्तेख़ार अहमद अपने पुरे परिवार के साथ बंदरी बाग़ में वलीउल्लाह पुत्र अब्दुल्लाह के यहां 27 फरवरी को एक शादी में आये थे जहाँ से बालक ज़ुल्क़र नैन रहस्मय ढंग से लापता हो गया था परिजनों के साथ पुलिस उसकी तलाश कर ही रही थी कि गुरुवार की दोपहर में पोखरे में शव मिलने से पुरे क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गयी थी।किशोर छ दिन पूर्व से गायब था। जिसकी सुचना पाकर पुलिस अधीक्षक दयानंद मिश्रा , सीओ सदर योगेन्द्र सिंह समेत जनपद के अन्य अधिकारी घटना स्थल पर पहुँच कर छानबीन किये थे और सभी को पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट का इन्तेजार था। शुक्रवार को पीएम रिपोर्ट में कोई चोट या निशान न मिलने से सवाल उठने लगा कि बच्चे की ज़बान बाहर कैसे निकली। सारा मामल पुलिस की पड़ताल पर निर्भर है वरना बच्चे की मौत एक पहेली बनकर रह जायेगी।
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