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मदरसा बैतूल उलूम सरायमीर के वार्षिक जलसा शुरू

वास्तविक शांति तो समाजसेवा में प्राप्त होती है- अब्दुल्लाह फूलपूरी


सरायमीर (आजमगढ़) संवाददाता 3 मार्च 2016 : मदरसा इस्लामिया अरबिया बैतूलउलूम सरायमीर आजमगढ़ के वार्षिक तीन दिवसीय जलसे  की शुरुआत बुधवार को हुई , इस मौके पर देश भर से आये तमाम जानकार लोग जुटे हैं। कार्यक्रम में होने वाली सभाओं की पहली कड़ी जो महिलाओं को इस्लामी अनुकूलन (इस्लाह) व उनके धार्मिक कर्तव्यों के संबंध में सभा थी निर्धारित समय 9 बजे से शुरू हो गयी। श्री मुफ्ती अब्दुल्लाह फूलपूरी ने  महिलाओं के इस विशेष कार्यक्रम में बयान करते हुए कहा कि प्रकृति ने पुरुष व स्त्री के लिए नेकी (पुण्य) कमाने का एक ही मशीन बनाई है दोनों जैसी चाहें नेकी प्राप्त कर सकते हैं, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस शरीर से ज्यादा नेकी प्राप्त करें, आज हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात धन है, किन्तु यह सहायक है लेकिन मूल राशि नहीं। इसलिए हमें चाहिए कि धन कमाने के पीछे न पड़ें, आवश्यक राशि कमाने की जिम्मेदारी पिता, पति, बेटे आदि पर है, लेकिन आज पूरी दुनिया को धन की बीमारी लग गई है, जो सरासर शरीयत के अनुसार अनुचित है। उन्होने कहा कि जैसी लोगों की नीयत और मांग होती है वैसी चीज मिलती है, आज लोगों शिक्षा व डिग्रियां मानवीयता के लिए नहीं लेते बल्कि धन दौलत के लिए हासिल करते हैं, जिसकी वजह से वह हर करवट परेशानी से पीडि़त रहते हैं, वास्तविक शांति तो समाजसेवा में प्राप्त होती है, कोई कर के तो देखे कितना खुशी होती है। इसी के बाद छात्रसभा का अंतिम वार्षिक कार्यक्रम आयोजित हुआ , महिलाओं के कार्यक्रम का संचालन मौलाना मुफ्ती सलमान ने किया, उन्होंने अपने शुरूआती वक्तव्य में महिलाओं के धार्मिक और सामाजिक सुधार पर जोर दिया। मौलाना मुहम्मद सालिम कासमी यमनी संस्थापक मदरसा दारुस्सलेहीन महाराष्ट्र, मौलाना शफीक अहमद, और मौलाना महबूब आलम साहब कासमी शिक्षक मदरसा आदि ने अपने बयान में महिलाओं के धार्मिक सुधार और प्रशिक्षण की बातों को बताया। छात्रों के समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता देश के बुजुर्ग धर्मगुरू हजरत अक्दस मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल्ला साहब फूलपूरी ने की जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ भाग लिया, यह कार्यक्रम देर रात तक जारी रहा, छात्रों ने पूरे साल अपने शिक्षकों की देखरेख पर भाषण, लेखन क्षमता का आकर्षक नमूना पेश किया, इस भव्य कार्यक्रम में तिलावत कुरान, विभिन्न विषयों पर अरबी, उर्दू भाषण, संवाद आदि था, इस कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद महमूद, मोहम्मद नोमान लखीमपुर पुरी ने किए, तिलावत कुरान शब्बीर अहमद मुजफ्फरपुर भाषण अब्दुल करीम मंजीरपट्टी और विभिन्न प्रस्तुतियों के बीच बैतबाजी अरबी प्रथम और फारसी के बच्चों ने पेश किया, भाषण प्रतियोगिता में अव्वल, द्वितीय, तृतीय स्थान लाने वालों के साथ अन्य कार्यक्रम में शामिल सभी बच्चों को कीमती किताबों और नकदी रकम के रूप में मूल्यवान पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस तीन दिवसीय जलसे में गुरूवार को राजनीति व पत्रकारिता के विषय पर एक भव्य सेमीनार व कार्यक्रम आयोजित होगा।
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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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