आजमगढ़. एक विधायक और एक मंत्री का क्षेत्र, विधायक के खास का ठेका फिर भी क्षेत्र की जनता पिछले एक साल से धूल की गुबार फांक रहीं है। सड़क पर चलना मुश्किल है। लोग दुर्घटना के शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे है लेकिन निर्माण कराने के बजाय मंत्री विधायक यह दावा करने में व्यस्त है कि सबकुछ चका चक है। बात हो रही है खरेवा-खेतासराय मार्ग की। इस मार्ग का निर्माण 1977 में जब राम नरेश यादव मुख्यमंत्री बने तब कराया गया था। इसके बाद से इसकी पैचिंग तो हुई लेकिन पुर्ननिर्माण नहीं कराया गया। सपा के सत्ता में आने के बाद खरेवा मोंड से लेकर सूघरपुर तक इसके चैडीकरण व उच्चीकरण के लिए बजट स्वीकृत हुआ। इसके लिए करीब 33 करोड़ रूपया स्वीकृत हुआ। सरकार द्वारा धन भी आवंटित कर दिया गया। ठेका दीदारगंज विधानसभा के विधायक के खास आदमी को मिला। बता दे कि इसी मार्ग पर पड़ने वाले फुलेश गांव में मुख्यमंत्री के खास माने जाने वाले मंत्री अभिषेक मिश्र का आवास भी है लेकिन ठेकेदार ने सरायमीर से सिकरौर तक निर्माण कराया इसके बाद पुप्पनगर के आगे तक गिट्टी डालकर छोड़ दिया। पिछले एक साल से सड़क पर गिट्टी पड़ी है और हर दूसरे दिन एक्सीडेंट हो रहा है लेकिन निर्माण नहीं कराया जा रहा है। क्षेत्र की जनता परेशान है और विधायक व मंत्री को इससे कोई लेना देना नहीं है। सड़क से धूल का गुबार उड़ रही है। दोपहिया और साइकिल आदि से चलना मुश्किल है। क्षेत्र के फुलेश निवासी शशिविंद मिश्र, आमगांव निवासी सूरज सिंह , खरसहन कला गांव निवासी बच्चा सिंह, खुर्द निवासी पंकज यादव, महुआरा निवासी मोहन राजभर, पुष्पनगर निवासी जनार्दन सिंह, बूंदा निवासी राधेमोहन, हैदराबाद निवासी सुनिल यादव, निरहमदपुर निवासी वनारसी यादव, सिकरौर निवासी नायब यादव आदि का कहना है कि इससे बेहतर तब था जब सड़क टूटी हुई थी। अब तो इसपर पैदल भी चलना हो मुश्किल हो गया है। ठेकेदार पर शिकायत का कोई असर नहीं हो रहा है। मंत्री और विधायक भी चुप्पी साधें है। संभवतः काम इसलिए रोका गया है कि चुनाव के ठीक पहले तैयार होगा तो फायदा मिलेगा।
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