आजमगढ़। उत्तर प्रदेश वित्त विहीन विद्यालय प्रबन्धक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गिरिजेश यादव ने मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियों में भर्ती का विरोध करते हुए कहा कि इससे शिक्षा के स्तर में गिरावट के साथ नकल की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा।
उक्त विचार श्री यादव ने एक विद्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 72825 टी. ई. टी. की भर्ती बगैर मेरिट पर हो रही है जो योग्य विद्यार्थियों के लिए शुभ संकेत है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। नियुक्ति प्रक्रिया के लिए नियम बनाकर नियुक्ति कार्य में शीघ्रता की जानी चाहिए ताकि अ•यर्थियों को नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने यह कहा कि वित्तविहीन विद्यालयों के सम्बन्ध में कोई निर्णय लेने से पूर्व सरकार को इनके प्रबन्धकों से भी विचार-विमर्श किया जाना चाहिए। श्री यादव ने बताया कि पूरे देश में निजी स्कूल 87 प्रतिशत तथा अनुदानित एवं सरकारी विद्यालय मात्र 13 प्रतिशत की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने यहभी बताया कि 24 फरवरी को देश के 20 राज्यों के 5 हजार प्रबन्धक ने दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर 24 फरवरी को धरना देकर अपनी मांगों का ज्ञापन केन्द्र सरकार को सौंपा जिसमें सात सूत्रों का विशेष रूप से कार्य किया गया।
उक्त विचार श्री यादव ने एक विद्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 72825 टी. ई. टी. की भर्ती बगैर मेरिट पर हो रही है जो योग्य विद्यार्थियों के लिए शुभ संकेत है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा। नियुक्ति प्रक्रिया के लिए नियम बनाकर नियुक्ति कार्य में शीघ्रता की जानी चाहिए ताकि अ•यर्थियों को नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने यह कहा कि वित्तविहीन विद्यालयों के सम्बन्ध में कोई निर्णय लेने से पूर्व सरकार को इनके प्रबन्धकों से भी विचार-विमर्श किया जाना चाहिए। श्री यादव ने बताया कि पूरे देश में निजी स्कूल 87 प्रतिशत तथा अनुदानित एवं सरकारी विद्यालय मात्र 13 प्रतिशत की शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने यहभी बताया कि 24 फरवरी को देश के 20 राज्यों के 5 हजार प्रबन्धक ने दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर 24 फरवरी को धरना देकर अपनी मांगों का ज्ञापन केन्द्र सरकार को सौंपा जिसमें सात सूत्रों का विशेष रूप से कार्य किया गया।
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