मांग पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी
आजमगढ़। पुरानी पेंशन बहाली सहित 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने बुधवार को रिक्शा स्टैंड पर धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने मांग के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला इकाई के अध्यक्ष श्रीपति यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार पुरानी पेंशन की बहाली, अंतरजनपदीय स्थानान्तरण, मृतक आश्रितों को शिक्षक पद पर नियुक्ति, 46 से 48 सौ वेतनमान वाले शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन 17140 तथा 18150 वेतनमान दिए जाने तथा शिक्षकों को निरूशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने जैसी अन्य मांगों के प्रति आश्वासन दिए जाने के बावजूद अब वादा खिलाफी कर रही है। आगामी चुनाव में शासन की यह नीति उन्हें भारी पड़ेगी। संगठन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनीता साइलेस ने महिला शिक्षकों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि दो से अधिक संतान वाली शिक्षिकाओं को भी वरिष्ठतम दो संतानों की देखभाल हेतु बाल्य देखभाल अवकाश दिया जाए। संघ के मीडिया प्रभारी मनोज कुमार त्रिपाठी ने नवनियुक्त शिक्षकों को शपथ पत्र के आधार पर अविलम्ब वेतन भुगतान की मांग किया। जिला मंत्री अतुल कुमार सिंह ने प्रदेश सरकार को चेताया कि यदि हमारी 20 सूत्रीय मांगों पर जल्द निर्णय नहीं आता है तो आगामी 16 मार्च को प्रदेश के लाखों शिक्षक लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे। धरने को उत्तर प्रदेश कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के संयोजक गिरीश चतुर्वेदी, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामबिहारी सिंह व मंत्री प्रभाकर राय, अनुसूचित जाति समाज कल्याण प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष हंसराज यादव सहित विभिन्न संगठनों ने धरने का समर्थन करते हुए शिक्षकों की मांग को उचित ठहराया। धरने का संचालन राकेश मणि त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर केके उपाध्याय, अभिमन्यु यादव, आशुतोष सिंह, कमलेश यादव, एजाज राशिद, शैलेन्द्र उपाध्याय, महातम यादव, राम प्रकाश, सत्यप्रिय सिंह, सहित तमाम शिक्षकगण उपस्थित रहे।
आजमगढ़। पुरानी पेंशन बहाली सहित 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षकों ने बुधवार को रिक्शा स्टैंड पर धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने मांग के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला इकाई के अध्यक्ष श्रीपति यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार पुरानी पेंशन की बहाली, अंतरजनपदीय स्थानान्तरण, मृतक आश्रितों को शिक्षक पद पर नियुक्ति, 46 से 48 सौ वेतनमान वाले शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन 17140 तथा 18150 वेतनमान दिए जाने तथा शिक्षकों को निरूशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने जैसी अन्य मांगों के प्रति आश्वासन दिए जाने के बावजूद अब वादा खिलाफी कर रही है। आगामी चुनाव में शासन की यह नीति उन्हें भारी पड़ेगी। संगठन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनीता साइलेस ने महिला शिक्षकों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि दो से अधिक संतान वाली शिक्षिकाओं को भी वरिष्ठतम दो संतानों की देखभाल हेतु बाल्य देखभाल अवकाश दिया जाए। संघ के मीडिया प्रभारी मनोज कुमार त्रिपाठी ने नवनियुक्त शिक्षकों को शपथ पत्र के आधार पर अविलम्ब वेतन भुगतान की मांग किया। जिला मंत्री अतुल कुमार सिंह ने प्रदेश सरकार को चेताया कि यदि हमारी 20 सूत्रीय मांगों पर जल्द निर्णय नहीं आता है तो आगामी 16 मार्च को प्रदेश के लाखों शिक्षक लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करेंगे। धरने को उत्तर प्रदेश कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के संयोजक गिरीश चतुर्वेदी, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामबिहारी सिंह व मंत्री प्रभाकर राय, अनुसूचित जाति समाज कल्याण प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष हंसराज यादव सहित विभिन्न संगठनों ने धरने का समर्थन करते हुए शिक्षकों की मांग को उचित ठहराया। धरने का संचालन राकेश मणि त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर केके उपाध्याय, अभिमन्यु यादव, आशुतोष सिंह, कमलेश यादव, एजाज राशिद, शैलेन्द्र उपाध्याय, महातम यादव, राम प्रकाश, सत्यप्रिय सिंह, सहित तमाम शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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