आजमगढ़। सपा की दावत में गोली लगने से मरे युवक के शव का पोस्टमार्टम गुरूवार की रात पुलिस द्वारा आनन फानन में कराया गया। पीएम के बाद पुलिस ने फिर शव को कब्र में दफन करा दिया। इसकी किसी को कानों कान खबर नहीं हुई। बता दें कि रौनापार थाना क्षेत्र के अराजी देवारा करखिया ग्रामसभा अंतर्गत पकडि़यहवा मौजा निवासी व पूर्व ब्लाक प्रमुख चंद्रशेखर यादव के यहां ब्लाक प्रमुख चुनाव के मद्देनजर दावत का आयोजन था। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक के साथ ही तमाम क्षेत्र पंचायत सदस्य मौजूद थे। उन्हीं में स्थानीय सपा नेता व पूर्व फौजी उधम सिंह राठौर निवासी स्थानीय ग्राम ओढ़रा सलेमपुर भी अपने समर्थकों के साथ शामिल थे। दावत के दौरान उधम सिंह के लाइसेंसी असलहे से फायर हुआ। गोली वाहन चालक मिजान अहमद पुत्र सुल्तान अहमद निवासी सोनबुजुर्ग की मौत हो गयी थी। इस मामले में परिजनों ने घटना को मानवीय भूल बताते हुए किसी के खिलाफ कार्रवाई न करने की बात कहीं थी। इस संबंध में उसने पुलिस को भी लिखित दिया था। तभी पुलिस ने पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया था। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। लेकिन उसी दिन शाम को पुलिस ने मामला भी पंजीकृत कर लिया जिसमें वादी उसके चचेरे भाई विस्मिल्लाह को बनाया गया है जबकि उसका दावा है कि उसने कोई तहरीर नहीं दी थी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस गुरूवार की रात करीब 12 बजे उप जिलाधिकारी हिमांशु कुमार गुप्ता , ग्राम प्रधान के साथ गांव में गई और कब्रिस्तान से शव निकलवाकर पीएम हाउस लाई। यहां रातो रात शव का पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद पुलिस ने फिर शव लेजाकर कब्र में दफना दिया। सुबह लोगों ने कब्र की मिट्टी देखी तो शक हुआ। इसके बाद पता करने पर जानकारी मिली कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
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