आजमगढ़: पंचायत चुनाव में प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनावों में आशातीत सफलता न मिलने के कारण सत्ता धारी समाजवादी पार्टी बौखलाहट में है। इसी कारण आगामी 7 फरवरी को सूबे में होने वाले ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव के दृष्टिगत सपा भय व आतंक का माहौल पैदा कर ब्लाक प्रमुख पदों पर कब्जा जमाना चाहती है। इसके लिए वह पुलिस की मदद लेने से भी गुरेज नहीं कर रही। उक्त बातें भाजपा के जिलाध्यक्ष सहजानंद राय ने शुक्रवार को डीएम के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित किए गए ज्ञापन के बाद कही। उन्होंने कहा कि ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव में भय व आतंक का माहौल बनाने का जीता जागता उदाहरण जिले के लालगंज व हरैया क्षेत्र में हुई घटना है। ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव के लेकर समाजवादी पार्टी की बैठक के दौरान गोली लगने से दो युवाओं की मौत हो चुकी है। सपा अपने पक्ष में चुनाव को करने के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को कब्जे में लेने का पूरी तरह प्रयास कर रही है। पुलिस की मदद से विपक्षी दलों के प्रत्याशियों पर अपहरण का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इसका प्रमाण तहबरपुर ब्लाक में हुई घटना है। जो जांच के बाद गलत पाई गई। अब फूलपुर व पवई ब्लाक के प्रमुख पद पर कब्जा जमाने के लिए पुलिस की मदद से सपा साजिस कर रही है। पवई ब्लाक क्षेत्र में बीते 27 जनवरी को हुई घटना के बाबत समाजवादी पार्टी के दबाव में पुलिस ने भाजपा के पूर्व सांसद रमाकान्त यादव व उनके पुत्र पूर्व विधायक अरूण यादव सहित कई लोगों के खिलाफ गलत तरीके से एफआईआर दर्ज की। सत्ता पक्ष के दबाव में पुलिस व प्रशासन काम कर रहा है। इन्हीं सब बातों पर ध्यान आकृष्ट कराने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया गया है। राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन में भाजपा ने जिले में ब्लाक प्रमुख पद चुनाव के लिए केन्द्रीय बलों की मांग तथा पूर्व सांसद रमाकान्त यादव व उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में रमाकान्त मिश्र, सूरज प्रकाश श्रीवास्तव, दुर्गविजय यादव, विक्रम पटेल, विद्याधर श्रीवास्तव, अशोक, राजेन्द्र सोनकर, अवनीश राय आदि शामिल रहे।
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