आजमगढ़ जिले में समाज कल्याण, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग व जिला प्रोवेशन, दिव्यांग कल्याण व् बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से छात्रवृत्ति व लाभार्थियों के पेंशन के नाम पर किये गये लगभग 100 करोड़ के घोटाले मामले में प्रदेश सरकार की टीम पंचायती राज समिति के सभापति के नेतृत्व में आजमगढ़ पहुंचने पर हडकम्प रहा। मामले में आरोपियों के गिरफ्तारी और वसूली के निर्देश दिये गये।
शिक्षा माफियाओं के मिली भगत से आजमगढ़ में लगभग 70 विघालय, मदरसों में छात्रों की फर्जी संख्या दिखा कर छात्रवृत्ति के नाम पर करोड़ो रूपये का घोटाला सामने आया। सबसे चैकाने वाले तथ्य जाच में जो सामने आये है उनमें हिन्दू बच्चों के नाम पर अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति प्राप्त कर ली गयी इसी तरह से समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग व दिव्यांग कल्याण की पेंशन योजनाओं में बैंक कर्मियों की मिली भगत से लगभग 100 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया है। प्रदेश सरकार से आयी टीम ने जब सच का सामना किया तो वह भी दंग रह गये और रैकेट में बड़े लोगों की संलिप्तता भी स्वीकारी। पंचायती राज के सभापति ने कहा कि इस घोटाले में शामिल किसी को भी बख्सा नही जायेगा।
जिलाधिकारी आजमगढ़ ने घोटाले के सम्बन्ध मंे बताया कि जांच चल रही है और लगभग 3.50 करोड़ के घोटाले में विभन्न विभागों व बैंकों के 15 अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ 4 मुकदमें दर्ज कराये गये है और जांच प्रक्रिया अभी जारी है। जिन अधिकारियांे व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है उनकी गिरफ्तारी व वसूली की कार्यवाही के निर्देश अधिकारियों को दिये गये है।
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