.

आजमगढ़: शिक्षक दिवस पर जीडी ग्लोबल स्कूल में हुआ भव्य आयोजन






शिक्षकों का हमेशा आदर करें और उनकी सीख को अपने जीवन में उतारें - गौरव अग्रवाल

आजमगढ़: करतालपुर, बाईपास स्थित जीडी ग्लोबल स्कूल में शुक्रवार को शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षोल्लास एवं गरिमामय वातावरण में मनाया गया। आज की प्रार्थना सभा से लेकर विद्यालय क्रियान्वयन की संपूर्ण गतिविधियां विद्यार्थियों द्वारा संभाली गयी। शिक्षकों की भूमिका के रूप में सीनियर वर्ग के विद्यार्थियों ने सभी कक्षाओं में शिक्षण कार्य किया । प्रातः 9:30 बजे आरम्भ हुए इस औपचारिक कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल, प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल, कार्यकारी निदेशक श्री श्रीश अग्रवाल तथा प्रधानाचार्या श्रीमती दीपाली भुस्कुटे ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति, महान दार्शनिक एवं आदर्श शिक्षक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके उपरांत समारोह का शुभारम्भ औपचारिक स्वागत भाषण से हुआ।विद्यालय प्रांगण शिक्षक दिवस "गुरू-कृतज्ञता" की थीम पर आकर्षक सजावट से सुसज्जित किया गया था। कार्यक्रम में विद्यालय के हेड बॉय शाश्वत यादव एवं हेड गर्ल धन्वी सिंह ने उत्साहपूर्ण भाषण देकर शिक्षकों के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम का सबसे आकर्षक पहलू विद्यार्थियों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं। कक्षा द्वादश के विद्यार्थियों ने ऊर्जावान नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत स्वरचित कविताएँ शिक्षकों के प्रति आदर और कृतज्ञता का सजीव उदाहरण बनीं। कक्षा एकादश के विद्यार्थियों ने आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति देकर पूरे सभागार को तालियों की गड़गड़ाहट से गूँजायमान कर दिया। मधुर वोकल परफॉर्मेंस और मनमोहक एकल संगीत प्रस्तुति ने समारोह को संगीतमय बनाकर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
इसी श्रृंख्ला में कक्षा द्वादश की छात्राओं ने उत्कृष्ट नृत्य प्रस्तुति दी जिसने सभी दर्शकों का दिल जीत लिया।पूरे आयोजन के दौरान विद्यार्थियों ने अपनी कला और प्रतिभा से यह संदेश दिया कि शिक्षक ही वे सच्चे मार्गदर्शक हैं जिनकी बदौलत विद्यार्थी जीवन में आगे बढ़ते हैं। शिक्षक दिवस का यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के मन में सदैव स्मरणीय रहेगा।
विद्यालय की निदेशिका श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि आज का दिवस विशेष स्मरणीय है।प्रथम गुरू हमारे माता-पिता ही हैं। हमें अपने माता-पिता तथा शिक्षकों का मान -सम्मान करना चाहिए। प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल ने अपने आशीर्वचन में कार्यक्रम की सराहना करते हुए सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि शिक्षकों का हमेशा आदर करें और उनकी सीख को अपने जीवन में उतारें। मेहनत, अनुशासन और अच्छे संस्कार ही आपकी सबसे बड़ी पूँजी हैं। कार्यकारी निदेशक श्री श्रीश अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि आप सदैव अपने शिक्षकों का सम्मान करें, उनकी सलाह को आत्मसात करें और उसे अपने आचरण में उतारें। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती दीपाली भुस्कुटे ने स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायी कहानी सुनाते हुए विद्यार्थियों को संबोधित किया कि शिक्षा ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है और शिक्षक उस पूंजी को अर्जित करने का मार्ग दिखाते हैं। ।कार्यक्रम का समापन विद्यालय के सांस्कृतिक हेड आदित्य राज सिंह द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। विद्यालय परिवार के साथ-साथ प्रबंध तंत्र एवं शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment