राष्ट्रीय हित में एक राष्ट्र एक चुनाव होना अति आवश्यक है - पूर्व प्रदेश अध्यक्ष,भाजपा
आजमगढ़: एक राष्ट्र एक चुनाव के सम्बन्ध में हरिऔध कला भवन में प्रबुद्ध समागम सम्पन्न हुआ। प्रबुद्ध समागम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी और जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव कुमार सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर डा वेद प्रकाश उपाध्याय ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी ने कहा कि हमारी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसका निर्माण ही राष्ट्र के लिए हुआ है सत्ता और सम्मान के लिए नहीं। भारत के विभाजन का हमने समर्थन नहीं किया था और जब देश आजाद हुआ और देश में अनुच्छेद 370 लागू किया गया। जिसके अंतर्गत कश्मीर में अलग विधान अलग संविधान और अलग निशान की व्यवस्था की गई जिसका विरोध सदन के अंदर दो लोगों ने किया था संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और तत्कालीन सरकार के कैबिनेट मंत्री डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अनुच्छेद 370 के विरोध में मंत्री पद से इस्तीफा देकर सदन के अंदर पुरजोर विरोध किया और बाद में अपने सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया उन्होंने कहा की एक देश में दो प्रधान दो निशान और दो संविधान नहीं चलेगा ।उन्होंने राष्ट्र हित के लिए अपने पद और प्रतिष्ठा को छोड दिया था। उसके बाद उन्होंने जनसंघ की स्थापना की जो आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में आपके सामने है। जब जब राष्ट्र की बात आई तब हमारे पार्टी के नेताओं ने राष्ट्र के लिए त्याग किया बलिदान दिया जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाकर संविधान की धज्जियां उड़ाई तब जनसंघ के रूप में हमारे दल ने जनता पार्टी में विलय करके राष्ट्रीय हित में कार्य किया। हम उस समय कांग्रेस के बाद दूसरे सबसे बड़े दल थे लेकिन हमारे नेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने पद नहीं लिया उनका कहना था की संविधान जिन्दा रहना चाहिए राष्ट्र एकजुट रहना चाहिए। संविधान लागू होने के बाद 1967 तक हमारे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ होते थे और पांच वर्षों तक कोई चुनाव नहीं होने से चुनी हुई सरकार को पांच वर्ष विकास के काम करने का अवसर मिलता था। लेकिन 1967 के बाद सरकारों के समय से पूर्व गिरने और राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से यह क्रम टूट गया और आज परिस्थितियां ऐसी बन गई है कि प्रति वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होता रहता हैं। जिसके कारण आचार संहिता लगने से विकास कार्य बाधित हो जाते हैं। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव अलग-अलग होने से हजारों करोड़ रुपए खर्च होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इस एक राष्ट्र एक चुनाव का संकल्प लिया था जिसके संबंध में कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैं। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाने वाली भाजपा की सरकार चल रही है। हम बहुमत मे है एक राष्ट्र एक चुनाव का कानून संसद के दोनों सदनों से पास करा सकते हैं लेकिन इसकी चर्चा जनता में हो और राष्ट्र हित में जनता की सहभागिता और समर्थन एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए बने इसके लिए हम सभी आज आप सभी प्रबुद्ध वर्ग के लोगों के बीच बैठ कर इसकी चर्चा कर रहे हैं। विपक्ष के लोग इसका विरोध करेंगे लेकिन वह भी इस बात को जानते हैं कि राष्ट्रीय हित में एक राष्ट्र एक चुनाव होना आवश्यक है। इस अवसर पर सेवानिवृत्त जिलाधिकारी सेवानिवृत्त आईएएस प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव, अखिलेश मिश्रा गुड्डू, श्रीकृष्ण पाल, डॉक्टर मनीष मिश्रा साहित्यकार, डॉटर कृष्ण मोहन त्रिपाठी अध्यक्ष डेंटल कॉलेज, वीरेंद्र यादव अध्यक्ष दीवानी बार एसोसिएशन, योगेंद्र त्रिपाठी रिटायर्ड पीसीएस, प्रभु नारायण पांडे प्रेमी विद्युत मजदूर संघ, शैलेश राय प्रदेश मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ, राजेश कुमार सिंह ब्लॉक उपाध्यक्ष शिक्षक संघ, राधा मोहन कुश्ती संघ, शैलेंद्र सिंह अधिवक्ता, गुलाब राय रिटायर्ड बीएसएनएल, अखिलेश कुमार सिंह बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट, आनंद श्रीवास्तव प्रबंधक डीएवी इंटर व डिग्री कॉलेज, डॉ सुभाष सिंह, धर्मेंद्र श्रीवास्तव पत्रकार, वेदेंद्र प्रताप शर्मा जीटीवी,आलोक राय, प्रेम सागर सिंह अनिल कुमार सिंह प्रदीप कुमार सिंह कार्यक्रम की संयोजक अवनीश मिश्रा सहसंयोजक शिव गोविंद सिंह अलका सिंह इनर व्हील क्लब, संतोष सिंह साज फाउंडेशन, साक्षी पांडे सुदीक्षा फाउंडेशन, हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव भारत रक्षा दल, सीताराम पांडे विकास भारत विकास परिषद, विवेक पांडे गांधीगिरी टीम, डॉक्टर डीडी सिंह पूर्व अध्यक्ष नीमा, डीएन सिंह एमआर एसोसिएशन , हरिवंश मिश्रा जिला मीडिया प्रभारी विवेक निषाद मौजूद रहे।
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