संविधान की मूल आत्मा को आत्मसात करना ही डा० आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि - प्राचार्य
आजमगढ़: शिब्ली नेशनल कॉलेज, आज़मगढ़ में सोमवार दिनांक 14 अप्रैल 2025 को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ‘हमारा संविधान और हमारा स्वाभिमान’ टैगलाइन के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अफसर अली ने की। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई, जिसमें प्राचार्य प्रो. अफसर अली, डॉ. सिद्धार्थ सिंह एवं डॉ. अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने सहभागिता की। कार्यक्रम के दौरान ‘संविधान और सामाजिक स्वाभिमान’ विषय पर आधारित वक्तव्यों की श्रृंखला प्रस्तुत की गई, जिसमें नागरिकों के अधिकारों एवं कर्तव्यों, सामाजिक एवं महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता तथा संवैधानिक सुधारों पर विशेष चर्चा की गई। वक्ताओं ने संविधान में समय-समय पर हुए संशोधनों और उनके सामाजिक प्रभावों को रेखांकित किया। इस अवसर पर डॉ. जफर आलम, आशुतोष महेश्वरी, डॉ. शहरयार, डॉ. सीमा सादिक, छात्रा अंजलि यादव, डॉ. जोया फातिमा तथा प्रो. मोहम्मद खालिद ने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अखिलेश कुमार त्रिपाठी द्वारा किया गया। प्रो. आसिफ़ कमाल ने कार्यक्रम के संयोजक के रूप में तथा डॉ. अखिलेश कुमार त्रिपाठी, मोहम्मद उजैर, मोहम्मद तारिक, मोहम्मद अदनान एवं डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने सदस्य के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्य प्रो. अफसर अली ने सभी आयोजकों, मंचासीन शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं का आभार प्रकट करते हुए इस आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और संविधान की मूल आत्मा को समझना एवं आत्मसात करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
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