साहित्यिक - सांस्कृतिक समिति ने किया आयोजन,छात्राओं ने स्त्री - जीवन के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला
आजमगढ़ :दिनांक 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ' गांधी शताब्दी स्मारक स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोयलसा, आजमगढ़ ' में ' साहित्यिक - सांस्कृतिक समिति ' की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत अंशिका सक्सेना के द्वारा ' लड़कों की तरह लड़की भी मुट्ठी बांध के पैदा होती हैं. ' गीत से हुई। कार्यक्रम में छात्राओं की ओर से मानवी, सादिया, मनीता, अर्चना, नंदिता, अर्चना, खुशी पाण्डेय ने स्त्री - जीवन के विविध पक्षों पर प्रकाश डाला। पायल पाण्डेय के द्वारा निर्मला पुतुल की कविता ' तन के भूगोल से परे /एक स्त्री के मन की गाँठे खोलकर /कभी पढ़ा है तुमने /उसके भीतर का खौलता इतिहास।' सुना कर कार्यक्रम में जीवंतता प्रदान करने का काम किया गया। सम्मानित प्राध्यापक बंधुओं की ओर से डॉ संदीप कुमार ( हिंदी - विभाग), डॉ उपेन्द्र विश्वकर्मा( हिंदी -विभाग), डॉ रूपेश तिवारी( मनोविज्ञान - विभाग), डॉ संजय कुमार पटेल ( समाजशास्त्र- विभाग), डॉ संजना यादव( संस्कृत- विभाग), डॉ जयराम यादव ( अंग्रेजी- विभाग)ने इस अवसर पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम में छात्र / छात्राओं की उपस्थिति सराहनीय रही। कार्यक्रम का संचालन श्री चन्दन कुमार के द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ राजेश विश्वकर्मा के द्वारा किया गया।
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