मठ-मंदिरों के रंग-रोगन का कार्य पूरा,तैयार हुआ सरोवर
गोविंद साहब मेला क्षेत्र में पहुंच रहे कई जिलों के श्रद्धालु
आजमगढ़: गोविंद साहब का मेला। यह शुभ दिन सभी को याद रहता है और खास तौर से पूर्वांचल के जनपदों के श्रद्धालुओं को। गोविंद धाम स्थित सरोवर में स्नान के लिए हर कोई लालायित रहता है और वह शुभ दिन मंगलवार को होगा, जब पहले दिन के स्नान के साथ एक महीने तक लगने वाले मेले का आगाज हो जाएगा। वैसे सोमवार को ही विधानपरिषद सदस्य हरिओम पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच फीता काटकर 235वें मेले का उद्धाटन कर दिया और उसी के साथ पूर्वांचल के जनपदों के श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मेला शुरू होने से पहले ही क्षेत्र में साफ-सफाई के साथ मठ-मंदिरों के रंग-रोगन का काम पूरा कर लिया गया था। मेले का आकर्षण खजला और लाल गन्ने की दुकानें लग चुकी हैं। मेले में एक दिन पहले पहुंचने वाले बाबा गोविंद साहब के प्रमुख प्रसाद खिचड़ी बनाने में जुटे हुए थे। वहीं मनोरंजन साधन के संचालक अपनी व्यवस्था को अंतिम रूप देने में लगे थे। आलापुर के एसडीएम संतोष सिंह मेला क्षेत्र का भ्रमण कर व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। उन्होंने बताया कि इस बार प्रमुख स्नान के दिन लगभग 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का गोविंद सरोवर में स्नान करने का अनुमान है। मेला प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से व्यापक तैयारी की गई है और असामाजिक तत्वों को चिह्नि करने के लिए सादे वेश में पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। मेला क्षेत्र को दो जोन में बांटकर सात अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की गई है। मेले में 37 उपनिरीक्षक, 33 हेड कांस्टेबल, 105 कांस्टेबल, 56 महिला सिपाही तथा 50 से अधिक होमगार्ड एवं पीआरडी के जवानों के अलावा 2 कंपनी पीएसी के जवान तथा 100 से अधिक वालंटियर्स तैनात कर जिम्मेदारी सौंपी गई है। मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए दो ड्रोन कैमरे, छह सीसी फुटेज की व्यवस्था की गई है। मेला प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व गोविंद दशमी के दिन जिले के 10 थानाध्यक्षों को लगाया गया है। सुगम यातायात के लिए छह यातायात पुलिस को भी लगाया गया है।
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