आजमगढ़: जनपद में भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर लोगों में उत्साह का माहौल दिखा। दिल में आस्था की गंगा बह रही थी और तकनीकी कार्यों से जुड़े लोग उसमें गोते लगाने को आतुर थे। उन प्रतिष्ठानों में भी पूजा-अर्चना के बाद आरती की गई, जहां आटो या किसी अन्य विद्युत चालित यंत्रों की बिक्री की जाती है। पूजा के लिए प्रतिष्ठान संचालकों ने पुरोहितों का इंतजार किया, तो तमाम लोगों ने अपने ही हाथों पूजा के बाद प्रसाद का वितरण किया। कई प्रतिष्ठान संचालकों ने अपने लोगोें को एक दिन पहले ही आमंत्रित कर दिया था। आस्था का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वाहन स्वामियों ने अपने वाहन की धुलाई की और रोली, अक्षत, धूप, दीप व मिष्ठान अर्पित करते हुए वाहन की सुरक्षा की कामना की। बच्चों ने कुछ नहीं तो साइकिल पर ही माला-फूल चढ़ाया। कहीं पूजा की तैयारी तो कहीं उसमें भागीदारी का उत्साह रहा। सरकारी प्रतिष्ठानों में भी पूजा-अर्चना के बाद शाम को प्रसाद का वितरण किया गया। मरम्मत और निर्माण कार्याे से जुड़े लोगों ने भगवान की पूजा के बाद व्यवसायिक सफलता की कामना की। कहीं भजन-कीर्तन तो कहीं भंडारे का भी आयोजन किया गया। लोकननिर्माण विभाग अन्य सरकारी विभागों के कार्यशाला में हवन-पूजन के बाद भगवान की आरती उतारी गई। उधर पर्व की महत्ता का भान कारोबारियों को भी था। रोज के दिनों में चौक पर शाम को सड़क किनारे माला-फूल की दुकान लगाने वालों ने सुबह से ही अपनी दुकान लगा ली थी। वहीं मिष्ठान की दुकानों पर भीड़ को देखते हुए पहले से ही उसकी पैकिंग की गई थी।
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