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आजमगढ़: हिन्दू परिवारों को अनिवार्य मतदान के लिए प्रेरित करेगा विश्व हिंदू परिषद




तय करना होगा कि देश पर शासन कौन सी विचारधारा के लोग करेंगे - राजेश जी,प्रांत संगठन मंत्री

आजमगढ़: विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान मे आर्यमगढ़ विभाग के प्रखंड स्तर तक के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक होटल मानसरोवर के प्रांगण में आहूत की गई। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में गोरक्ष प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री राजेश जी, गोरक्ष प्रांत के विशेष संपर्क प्रमुख डीके सिंह जी, सह प्रान्त विशेष सम्पर्क प्रमुख राम कृष्ण जी एवं पूज्य महंत रामकृष्ण दास जी महाराज का उद्बोधन एवं मार्गदर्शन कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजेश जी ने कहा कि संपूर्ण हिंदू समाज से शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने हेतु परिषद के कार्यकर्ताओं को योजना बनाकर कमर कसकर तैयार होना है। लोकतंत्र में निर्वाचन का विशेष महत्व है। इन्हीं चुनावों से हमें अपने विचारों के अनुरूप सरकार के चयन का अवसर प्राप्त होता है। ऐसे में प्रत्येक हिंदू परिवारों तक जाकर उन्हें अनिवार्य रूप से मतदान के लिए प्रेरित करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। राष्ट्र का संचालन कैसे हाथों में हो, इसका निर्णय लोकतंत्र में जनता के हाथ में है। यह हमें तय करना होगा कि देश का शासन किस विचारधारा की सरकार का हो। विश्व हिंदू परिषद अपनी जन्म के समय से जिन मुद्दों को उठता रहा है, उन मुद्दों को पूर्ण करने एवं उन्हें पूरा करने का प्रयास करने वाली विचारधारा को समर्थन देना हमारा नैतिक दायित्व है। विश्व हिंदू परिषद अपने स्थापना के समय से ही धार्मिक मानबिंदुओं, मठ मंदिरों का संरक्षण, नारी की गरिमा का संरक्षण, संत समाज का संरक्षण, संस्कारों का संरक्षण इन विषयों पर लगातार कार्य करता चला आया है। लोकतंत्र के इस महापर्व पर हमारे पास यह चयन करने का अवसर है कि देश का शासन कैसा हो और किस विचारधारा का हो।
एक तरफ वह विचारधारा है जिसने हमारे स्थापना काल से उठाए जा रहे मुद्दों यथा धारा 370, राम जन्मभूमि, समान नागरिक संहिता इत्यादि मुद्दों को, चाहे जितने भी व्यवधान सामने आए उनको किनारे करते हुए पूर्ण किया वहीं दूसरी तरफ ऐसी विचारधाराओं का एक गठजोड़ है जिसने देश की सर्वोच्च अदालत में भगवान राम के अस्तित्व को चुनौती देते हुए उन्हें काल्पनिक बताने वाले, श्रद्धा भाव से भगवान के दर्शन करने गए निहत्था कारसेवकों पर गोलियां बरसाने वाले, संतो को लाठियां से प्रताड़ित करने वाले, मठ मंदिरों पर अवैध रूप से कब्जे करने वालों को तथा आतंकवादियों को प्रश्न देने वाली विचारधारा है। ऐसे में यह हमें तय करना होगा कि हमारे देश पर शासन कौन सी विचारधारा के लोग करेंगे। उन्होंने महाभारत काल का एक उदाहरण दिया जिसमें उन्होंने भीष्म पितामह और कृष्ण की तुलना की। भीष्म पितामह का व्यक्तिगत चरित्र अत्यंत उत्तम और निष्कलंकित था किंतु उत्तम व्यक्तिगत चरित्र के बाद भी भीष्म पितामह अधर्म के साथ खड़े थे आज पूरे देश में कहीं भी भीष्म पितामह ना तो पूजनीय है और न ही उनका कोई मंदिर है वहीं दूसरी ओर भगवान कृष्ण पर अनेकों प्रकार के आक्षेप लगाए जाने के बाद भी भगवान कृष्ण क्योंकि धर्म के साथ खड़े थे, इसलिए उसे महायुद्ध में विजय भी धर्म की हुई और भगवान कृष्ण समग्र समाज में पूजनीय हैं। विश्व हिंदू परिषद अपने स्थापना काल से धर्म का संरक्षण करने वाला संगठन है। ऐसे में निश्चित रूप से हमारा समर्थन ऐसी विचारधारा को होगा जो हिंदू धर्म, हिंदू संतो एवं हिंदू तीर्थ को संरक्षण प्रदान करता हो। उन्होंने आगामी चुनाव की तुलना उस युद्ध से करते हुए कार्यकर्ताओं का आवाहन किया कि हमें यह देखना होगा कि इस युद्ध में हम किसके साथ खड़े है। जहां धर्म होता है वही विजय होती है। समाज के एक वर्ग में फैली यह धारणा की "कोई नृप होऊ हमें का हानी" यह राष्ट्र को प्रदूषित करती है। चुनाव प्रक्रिया में नोटा के प्रचलन पर प्रहार करते हुए उन्होंने युवा समाज में फैले नोटा के प्रयोग के प्रचलन से बचने का आवाहन किया। हिंदू समाज का शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करें, इसके लिए कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर संजीव संपर्क के माध्यम से जागरूकता फैलानी होगी। विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में इस कालावधि में पूज्य संतों के मार्गदर्शन, प्रवास, प्रवचन व संपर्क द्वारा हिंदू समाज का शत प्रतिशत मत सही दिशा में पड़े, इसका भी प्रयास करना है। आगामी 10 दिनों में विश्व हिंदू परिषद के प्रत्येक कार्यकर्ता अन्य कामों से पृथक होकर शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने हेतु टोली बनाकर पत्रक के माध्यम से घर-घर संपर्क करें। संतों की टोली के अलावा महिलाओं की टोली भी शत प्रतिशत मतदान हेतु आगे निकलेगी। विश्व हिंदू परिषद भारत माता को परम वैभव पर आरूढ़ करने हेतु दृढ़ संकल्पित है। समग्र हिंदू समाज को एक दिशा में जोड़ते हुए शत प्रतिशत हिंदू मतदान एवं नोटा का बहिष्कार करने हेतु समाज को जागरूक करना है। पूज्य महंत रामकृष्ण दास जी ने अपने समापन उद्बोधन में कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि धर्म के इस युद्ध में अपनी भूमिका का चयन करें एवं धर्म का संरक्षण करने वाली विचारधारा के सहयोग के लिए कटिबंध हो।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष आजमगढ़ अमित गुप्ता जी, जिला मंत्री गोपाल दुबे, जिला समरसता प्रमुख विनोद सोनकर, लालगंज जिले के विशेष संपर्क प्रमुख अशोक सिंह, मनोज शाही, बजरंग दल के जिला संयोजक दिनेश चौहान, मुकेश विश्वकर्मा, आलोक सिंह, सूर्यांश सोनकर, चंद्रशेखर प्रसाद, अभिषेक सिंह उधम जी, अंशु गुप्ता जी, ओम प्रकाश यादव, डॉ प्रकाश कुमार जी, सोनू विश्वकर्मा, प्रतिज्ञा पांडे जी, ओम प्रकाश शुक्ला, कामलेन्दु वर्मा, विक्रम उपाध्याय, विक्रांत, विधान चंद्र राय, सुधांशु जायसवाल, प्रवीण मौर्य, नवनीत सिंह, आनंद राजभर, अभिषेक चौरसिया आदि सैकड़ो पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में आगामी सप्ताह संतो के प्रवास एवं संपर्क की भी योजना बनाई गई है जिसके द्वारा गांव में पूज्य संतों के मार्गदर्शन में हिंदू समाज के शत प्रतिशत मतदान को पूर्ण करने का कार्य किया जाएगा।

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