इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत से खुशियाँ गम में बदल गयी
आजमगढ़: महिला अस्पताल में मंगलवार के दिन सामान्य प्रसव के दौरान प्रसूता तीन बच्चों को जन्म दिया। एक साथ तीन बच्चों के जन्म देने पर माता-पिता के साथ परिवार के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। परिवार के लोगों ने डॉक्टर और नर्स को बधाई देते नहीं थक रहे थे। खुशियां उसे समय गम में बदल गई जब इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई। निजामाबाद थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद की रहने वाली है 26 वर्षीय ज्योति गुप्ता पत्नी अभिषेक गुप्ता को प्रसव पीड़ा होने होने के बाद जिला महिला अस्पताल के में भर्ती कराया गया। परिवार वाले इस बात से घबराए हुए थे कि सरकारी अस्पताल में कहीं कोई ऊंच नीच नहीं हो जाए। ज्योति को जब डिलीवरी के लिए ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया तब परिवार वाले भगवान से उसकी कुशलता की कामना कर रहे थे। जिला अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने बड़े ही आराम से महिला की नार्मल डिलीवरी कराई। डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों और नर्सों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब एक साथ तीन बच्चों का जन्म हुआ। सरकारी अस्पताल में नार्मल डिलीवरी से तीन बच्चों का जन्म जिसमें एक बेटा और दो बेटी हैं। घर वालों को जब अस्पताल ने बताया कि डिलीवरी हो गई है और एक साथ तीन बच्चों का जन्म हुआ है। प्रसूता के घर वालों ने जैसे ही सूचना मिली वो फूले नहीं समाए। परिवार के लोगों ने अस्पताल के डॉक्टर और नर्सों को बधाई भी दी और मिठाई भी खिलाई। प्रसूता को भी जब ये बताया गया कि उसने तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया है तो वो भी हैरत में पड़ गई। जन्म लेने वाले तीनों बच्चों का वजन कम होने के कारण उन्हें नर्सरी में रखा गया है। स्टाफ नर्स स्मिता राय और सोनी यादव ने बताया एक साथ तीन बच्चों का जन्म होना हमारे लिए भी खुशी की बात है। हमारे लिए नार्मल डिलीवरी कराना बड़ी चुनौती थी. हमने चुनौती को स्वीकार किया और अब जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। तीनो बच्चो का वजन कम होने के कारण उनको निगरानी में रखा है. जल्द ही सभी को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। होनी को कौन डाल सकता है जहां पूरा परिवार तीन बच्चों के पैदा होने पर खुशियां मना रहा था। वहीं बुधवार को इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो जाने से खुशियां गम में बदल गई।
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