आठ वर्षों से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी को किया था गिरफ्तार
आजमगढ़: पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा बड़ी सफलता हासिल करने वाली पुलिस टीम का हौसला आफजाई करते हुए उन्हें पुरस्कार देकर सम्मानित किया। पुलिस अधीक्षक ने बुधवार को पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर उनकी पीठ थपथपाई। उक्त पुलिस टीम द्वारा जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद आठ वर्षों से फरार रहे 25 हजार पुरस्कार घोषित अपराधी को गिरफ्तारी में कामयाबी हासिल की गई थी। बताते चलें कि 24 अक्टूबर 2013 को निजामाबाद थाना क्षेत्र के मोहनपुर ग्राम निवासी निवासी बबलू यादव के खिलाफ लड़की का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने का अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस द्वारा आरोपित को गिरफ्तार किया गया। न्यायिक हिरासत में रहा बबलू 15 अप्रैल 2014 को जमानत पर रिहा होने के बाद फरार हो गया। न्यायालय द्वारा आरोपित के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की गई तथा जमानतदारों के खिलाफ वसूली वारण्ट जारी किया गया। हाईकोर्ट द्वारा अभियुक्त बबलू की जमानत को रद्द करने के बाद उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था। फरार चल रहे बबलू की गिरफ्तारी के लिए पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में सहायक पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया। प्रथम टीम में निजामाबाद थानाध्यक्ष सच्चिदानन्द यादव व द्वितीय टीम में स्वाट टीम में तैनात उपनिरीक्षक श्रीप्रकाश शुक्ला तथा सर्विलास टीम शामिल दिनेश यादव सहित तमाम पुलिस कर्मी शामिल रहे। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा फरार चल रहे बबलू की गिरफ्तारी हेतु उसके ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए जुटी पुलिस टीम बीते 7 जनवरी को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर ईनाम घोषित अपराधी बबलू यादव को निजामाबाद क्षेत्र में सेन्टरवा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में बबलू यादव ने बताया कि फरार होने के बाद वह उड़ीसा प्रांत में पुलिस और अपने परिवार तथा परिचितों से खुद को बचाते हुए सुरक्षित ठिकाने पर रह रहा था। गिरफ्तारी वाले दिन वह चोरी छिपे अपने गृहक्षेत्र में आया और पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
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