7 मोबाइल, 24 चेक बुक, 11 एटीएम कार्ड, वेबसाइट व यूजर डेटा बरामद , बिटबुल क्वाइन्स नाम से बनाई थी फर्जी वेबसाइट
आजमगढ़: साइबर थाना आजमगढ़ ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए साइबरी ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों के पास से 7 मोबाइल, 24 चेक बुक, 11 एटीएम कार्ड, वेबसाइट यूजर डेटा सहित अन्य सामान बरामद किये गये। इनके द्वारा बिटबुल क्वाइन्स नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर इन्वेस्टमेंट/क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर करीब 200 लोगों से की करोडो रूपये की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है। 03 नवम्बर को दुर्गादत्त मौर्या, जहानागंज आजमगढ़ ने साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ में प्रार्थना पत्र दिया की बिटबुल क्वाइन्स नाम से वेबसाइट www.bitbullcoins.com बनाकर इन्वेस्टमेंट/क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी कागजात दिखाकर मेरे व मेरे अन्य साथियों के साथ लगभग 30 लाख की साइबर धोखाधड़ी की गयी हैं। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मामले के सफल अनावरण व अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ, प्रो0 त्रिवेणी सिंह, पुलिस अधीक्षक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ एवं पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ के निर्देशानुसार तकनीकी संसाधनो का प्रयोग करते हुए विवेचना के मध्य प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तो उक्त अभियोग की विवेचना से 04 अभियुक्तों को उक्त अपराध में शामिल होना पाया गया। आज 4 नवम्बर को निरीक्षक विमल प्रकाश राय, साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ के नेतृत्व में मोबाइल सर्विलांस के जरिये मुकदमे में संलिप्त अभियुक्त संतोष कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी ग्राम कसारा थाना कोपागंज जनपद मऊ (CMD Bitbull) व सूर्यभान गौतम पुत्र श्री प्रसाद निवासी ग्राम मर्यादपुर थाना मधुबन जनपद मऊ (Manager Bitbull) को गिरफ्तार किया गया। अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य सामने आया कि गिरफ्तार अभियुक्त संतोष कुमार पूर्वांचल डिजायर सिटी प्राइवेट लिमिटेड, पूर्वांचल एग्रो प्राइवेट लिमिटेड नाम से अपना रियल स्टेट व् एग्रो का व्यापर लखनऊ में रहकर करता था. अपने फर्म में पैसा लगाने के लिए उसने Bitbull Coins नाम से फर्जी वेबसाइटwww.bitbullcoins.com बनवाकर इन्वेस्टमेंट/क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से पैसा अपने विभिन्न बैंक खातों में जमा कराया था. गिरफ्तार अभियक्त लोगों को विभिन्न होटलों में वर्कशॉप के लिए बुलाते थे उसमे उन्हें investment Plan, 2 परसेंट 365 दिन तक लगभग 03 गुना पैसा का लालच देते थे. लोगों को bitbullcoins की यूजर आईडी देकर फेक Profit/Loss डैशबोर्ड दिखाते थे. इस अपराध में इनके मैंनेजर सूर्यभान, टीम लीडर धनज्जय कुमार व अरुण कुमार सहयोग करते थे। टेक्निकल सपोर्ट दिल्ली के इंजीनियर से लिया जाता था. गिरफ्तार अभियुक्तों से मिले कागजात में जांच के बाद ज्ञात हुआ की अभियुक्तों द्वारा लगभग 200 लोगों से करोड़ो रूपये की साइबर ठगी की गयी है।
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