दोनों महापुरूषों के विचारों को अपने जीवन दर्शन में शामिल करना चाहिए -विजय बहादुर सिंह
गांधी व शास्त्री के जीवन के विभिन्न पड़ावों को जीवन्त कर रहे विविध कार्यक्रम हुए
आजमगढ़: जिले के जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर एवं एसकेडी इण्टर कालेज में सोमवार को गांधी जी एवं लालबहादुर शास्त्री की जयन्ती काफी धूमधाम से मनायी गयी। प्रभात फेरी के साथ साथ लाल बहादुर शास्त्री एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न पड़ावों को जीवन्त कर रहे विविध कार्यक्रम काफी सराहे गये। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने दोनों महापुरूषों के विचारों को अपने जीवन दर्शन में शामिल करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की शुरूआत ध्वजारोहण एवं महापुरूषों के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। अपने विचारों को रखते हुए विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिहं ने कहा कि महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री का जीवन वृतान्त हमें विपरीत परिस्थितियों से लड़ने के लिए संकल्पित करता है। आजादी की लड़ाई के लिए उस समय अनेक महापुरूष अपने अपने तरीके से लगे हुए थे। लेकिन सत्य और अहिंसा के जिस सिद्धान्त को अपनाते हुए गांधी जी आगे बढ़े वही मार्ग देश को आजादी की मंजिल तक लाया। इसी तरह से आजादी के बाद की चुनौतियों को शास्त्री जी ने अपने सादे जीवन एवं उच्च विचार से निपटाया। जय जवान और जय किसान का नारा देते हुए उन्होंने देश को यह संदेश दिया कि देश का प्रत्येक नागरिक देश के लिए अहम है। प्रभात फेरी के पश्चात बच्चों ने दांडी यात्रा की झाकी प्रस्तुत की जिसे उपस्थित लोगों ने काफी सराहा। अभय यादव, मृतुंजय, दिव्यांशी, श्वेता, पूर्णिमा, पुनीत, मनीष, मिष्ठी, आरजू, आयुष, रूद्र प्रताप,वंशिका आदि का प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा। विद्यालय के प्रधानाचार्य रामजी चैहान एवं संजय श्रीवास्तव ने भी अपने विचारों को रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीकान्त सिंह, संतोश, दिनेश, अनन्त, नवनीत योगेन्द्र, विद्योतमा, रंजना, नेहा, रूबी, संगीता, प्रियंका,आदि का योगदान सराहनीय रहा।
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