हर वर्ष की भांति लावारिस मृतकों के लिए पितृपक्ष में किया पिण्डदान,श्राद्ध आदि अनुष्ठान
संगठन ने अभी तक कुल 565 लावारिस शवों का किया है अंतिम संस्कार
आजमगढ़, 12 अक्टूबर,,वर्ष भर अनजान- अपरिचित- लावारिश मृतकों का दाहसंस्कार के बाद उनके आत्मा की शांति हेतु भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने विगत वर्षों की भाँति पितृ पक्ष में आज पिण्डदान, श्राद्ध आदि अनुष्ठान संपन्न कराया। इस अनुष्ठान में लगे भारत रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2013 में हम लोगों ने देखा कि लावारिश मृतकों को पोस्टमार्टम के बाद तमसा नदी में सड़ने के लिए फेंक दिया जाता है फिर कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया कि अब हम लोग खुद ऐसे मृतकों को मुखाग्नि देकर दाहसंस्कार करेंगे। तबसे शुरू यह कार्य निरन्तर जारी हैं और अभी तक 565 लावारिश मृतकों का दाह संस्कार किया जा चुका है। दाहसंस्कार के बाद ऐसी आत्माओं को श्राद्ध व पिण्ड तर्पण कार्य भी प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष में पूरे विधि विधान से करके ब्राह्मणों को भोजन व दान दक्षिणा के उपरान्त सामूहिक भोज भी दिया जाता है उसी क्रम में आज राजघाट पर श्राद्ध पूजा व तर्पण तथा श्री दुर्गा जी मंदिर परिसर में भोजन आदि कराया गया, जिसमे मंदिर के पुजारी श्री रामकृष्ण दास जी ने आशीर्वाद दिया। पिण्डदान तर्पण का कार्य वारिस की भाँति उमेश सिंह गुड्डू, प्रदीप चौहान, आर पी श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, मनीराम. रुपेश, जैनेन्द्र, शक्ति शरण, हरिकेश विक्रम ने किया, पाण्डित्य कार्य सभाजीत पांडेय, और सौरभ मिश्रा ने संपन्न कराया. तत्पश्चात सैकड़ों लोगों ने भोजन किया।
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