भारी फोर्स की मौजूदगी में हुई कार्रवाई, छह दशक से 14 एकड़ जमीन को लेकर चल रहा है विवाद
आजमगढ़: जीयनपुर कोतवाली के मेहनाजपुर गांव में स्थित अजमतगढ़ इस्टेट की 14 एकड़ जमीन पर छह दशक से नीलामदार और बैनामेदारो के बीच में विवाद चल रहा था। बुधवार को जिलाधिकारी के निर्देश उपजिलाधिकारी अतुल गुप्ता ने पर नीलामदार को कब्जा दिलाया। विवादित भूमि पर बैठकर बैनामेदारों ने विरोध दर्ज किया। इस दौरान लगभग दस थाने की पुलिस मौजूद रही। इसे लेकर सुबह से ही अफरा तफरी मची रही। जीयनपुर कोतवाली के अंतर्गत स्थित मेहनाजपुर में अजमतगढ़ स्टेट की 91 एकड़ जमीन थी। 1968 में बकाया के चलते 55 एकड़ जमीन जिला प्रशासन ने नीलाम कर दिया। प्रशासन से ज्ञान प्रकाश अग्रवाल ने 14 एकड़ जमीन नीलाम लिया था। नीलामी के बाद ही प्रशासन और इस्टेट के इंद्र भूषण गुप्ता के बीच मुकदमा चलने लगा। दोनों पक्षों के बीच में हाई कोर्ट तक मुकदमा चला। मुकदमा के दौरान 1986 में ईस्टेट के मालिक ने 14 एकड़ जमीन 49 लोगों को बैनामा कर दिया। विवाद के चलते जमीन पर कब्जा ना तो नीलमदार का हुआ न हीं बैनामेदार का। नीलामी लेने वाले पक्ष का कहना है कि हाईकोर्ट से उनके पक्ष में फैसला हो चुका है।लेकिन बैनामेदार जबरिया कब्जा लेने से रोक रहे हैं। इसे लेकर नीलामदार बराबर जिला प्रशासन पर कब्जा दिलाने के लिए दबाव बनाते रहे। कुछ दिन पूर्व सगड़ी के उपजिलाधिकारी रतन सिंह ने 49 लोगों का नाम खतौनी से खारिज कर दिया। जिसको लेकर बैनामा लेने वालों में कमिश्नर के यहां मुकदमा दाखिल किया।दो माह पूर्व मुकदमा खारिज हो गया। नीलामदार की शिकायत पर 2 अगस्त को जिलाधिकारी में भूमि पर काबिज करने का निर्देश उप जिलाधिकारी को दिया । बुधवार को उपजिलाधिकारी अतुल गुप्ता में लगभग दस थानो की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। विरोध कर रहे बैनामा लेने वालों से स्टेट का कागज मांगा। कागजात उपलब्ध होने ना होने पर एसडीएम ने नीलामदार को कब्जा करने का निर्देश दिया। उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में नीलमदार अपना पीलर गाड़ कर कब्जा किया। इस दौरान भारी फोर्स की मौजूदगी के चलते अफरा तफरी मची रही
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