कभी धन के अभाव में नही ग्रहण कर सके थे स्नातक स्तर की शिक्षा
अब स्टार्टअप शुरू करने की है योजना,ठंड लगने पर अमिताभ बच्चन ने दी अपनी जैकेट
आजमगढ़: कौन बनेगा करोड़ पति के 15वें एपीसोड में एक करोड़ रुपये जीतने वाले जसलीन कुमार आजमगढ़ जिले के विकास खंड रानी की सराय के अवंतिकापुरी (आंवक) गांव के एक साधारण परिवार के मोटर मैकेनिक रामसूरत चौहान के बेटे हैं। आजमगढ़ शहर के एक कपड़ा शोरूम में बतौर सेल्समैन कार्य करने वाले जसलीन कुमार पैसों के अभाव में स्नातक की भी शिक्षा ग्रहण नहीं कर सके। मां राधिका देवी घरेलू महिला हैं। इनकी शादी हो चुकी है। दो बच्चे भी हैं। एक करोड़ का क्या करेंगे के सवाल पर कहा कि पहले तो अपना कच्चा मकान गिरवा कर पक्का बनवाऊंगा। उसके बाद शहर में जमीन लेकर दो कमरे का घर बनवाऊंगा। जिससे बच्चों की अच्छी पढ़ाई हो सके। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा शहर के नवीन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से ग्रहण है। तैयारी के बारे में बताया कि अखबार पढ़ने का शुरू से मुरीद हूं। इसके अलावा भी अन्य अखबार पढ़ता रहा। साल 1998 से मैं लगातार अखबार पढ़ रहा हूं। इससे राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, खेल, राजनीति और मनोरंजन हर क्षेत्र की जानकारी मिल जाती है। मैं एक करोड़ रुपये और सात करोड़ रुपये के सवाल के लिए उन जानकारियों की नोटबुक बनाता था। उन्होंने बताया कि हाटसीट तक पहुंचने में मुझे 12 साल लग गए। मुझे पता था कि केबीसी में पहुंचकर ही मेरी परिस्थितियां सुधर सकती हैं और मेरे सपने पूरे हो सकते हैं। मुंबई में प्रोग्राम के दौरान सेट का तापमान बहुत कम था, मुझे ठंड लग रही थी तो मैंने यह बात बच्चन सर (अमिताभ बच्चन) को बताई। तो उन्होंने अपनी जैकेट उतारकर मुझे दे दिया। उनसे जैकेट मिलना और उनके गले लगना मेरी जिंदगी का अनमोल पल था। यह मुझे हमेशा याद रहेगा। मैंने उस जैकेट को एकदम संभालकर और पैक करके रखा है। शो में जीती गई राशि के उपयोग पर जसलीन कहते हैं कि मेरा घर आधा कच्चा और आधा पक्का है। सबसे पहले मैं अपना घर अच्छी तरह से बनावाऊंगा। अच्छा घर मेरे छोटे भाई-बहनों और माता-पिता का हमेशा से सपना रहा है। इसके अलावा कागज का दोना और पत्तल बनाने वाली मशीन खरीदकर स्टार्टअप शुरू करने की भी योजना है। मेरी पत्नी को भी ब्यूटीशियन के कामों में दिलचस्पी है। मैं उनके लिए और अपने दोनों बच्चों की शिक्षा के लिए भी कुछ करना चाहूंगा।
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