पुराने ओवर ब्रिज से सटे पूरब तरफ 1.90 हेक्टेयर जमीन में बनेगा नया ब्रिज
सर्वे पूरा, टूटेंगे दुकान व मकान, शीघ्र होगा भूमि अधिग्रहण
आजमगढ़: बेलइसा में दूसरे रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का रास्ता प्रशस्त हो गया है। शासन ने परियोजना के लिए आवंटित 61 करोड़ रुपये की धनराशि को समय से कार्य न कराए जाने पर पिछले वित्तीय वर्ष में वापस लिया था, जिसे अब उत्तर प्रदेश सेतु निर्माण निगम लिमिटेड लखनऊ को वापस कर दिया है। उधर, पुराने ओवरब्रिज से सटे पूरब तरफ 1.90 हेक्टेयर अधिग्रहित की जानी वाली जमीन का सर्वे लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग, सेतु निगम और रेलवे विभाग ने पूरा कर लिया है। जिसमें परिषदीय स्कूल, एक रेलवे भवन सहित कुल 25 मकान व दुकान टूटेंगे। लाेक निर्माण विभाग के मूल्यांकन के बाद संबंधित को धनराशि उनके खाते भेजी जाएगी।दूसरे रेलवे आेवरब्रिज का निर्माण रेलवे की जमीन की तरफ से पहले कराया जाएगा। शहर से होकर वाराणसी और जौनपुर होते हुए प्रयागराज और शाहगंज होते हुए लखनऊ के लिए बेलइसा स्थित पुराना रेलवे ओवरब्रिज ही एक मात्र रास्ता है। जाम से निजात के लिए शासन की मांग पर उत्तर प्रदेश राजकीय सेतु निर्माण निगम ने 61 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था। परियोजना को मंजूरी देते हुए धनराशि भी आवंटित कर दी गई थी। जिससे पुराने ओवरब्रिज से सटे पूरब तरफ 700 मीटर लंबा और साढ़े सात मीटर नया ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाना था। अावंटित धनराशि में भूमि अधिग्रहण के बाद मुआवजा, बिजली विभाग और लोक निर्माण के मद की भी धनराशि शामिल थी। तत्कालीन परियोजना प्रबंधक समय से काम नहीं शुरू करा सके। ऐसे में शासन ने धनराशि वापस ले ली थी। परियोजना प्रबंधक, उत्तर प्रदेश राजकीय सेतु निर्माण निगम ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि ‘‘शासन से अनुमति लेकर पुन: पत्र प्रेषित किया गया था, जिसे के बाद शासन ने वापस ली गई धनराशि को उत्तर प्रदेश सेतु निर्माण निगम लखनऊ मुख्यालय को वापस कर दिया है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। मकान, दुकान व अन्य जमीनों के मूल्यांकन के बाद मुख्यालय से धनराशि मांगी जाएगी, जिससे आगे की प्रकिया शुरू कराई जा सके।
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